‘ऑपरेशन टनल’

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, दिपावली के दिन उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे के बाद सरकार 40 मजदूरो की जिन्दगी को बचाने की कवायद में जुटी हुई है। इस हादसे को 60 घंटे से ज्यादा का समय हो चला है। गुजरते समय के साथ टेंशन बढ़ती जा रही है। हांलाकि राहत वाली बात ये है कि टनल में फंसे मजदूरो से संपर्क हो रहा है। आपको बता दें कि दीपावली के दिन उत्तरकाशी में बड़ा हादसा हुआ था। चारधाम परियोजना के तहत निर्माणाधीन सिलक्यारा-पोल गांव सुरंग में पिछले 6घंटे से अधिक समय से 40 मजदूरो की जिंदगी कैद है। इन मजदूरों को निकालने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। देहरादून से ऑगर ड्रिलिंग मशीन पहुंचाई जा चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टनल में फंसे मजदूरों के बारे में अधिकारियों से निरंतर जानकारी ले रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मौके पर तैनात जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं वहां पर कार्य कर रही एजेंसियों से निरन्तर समन्वय बनाकर रखेंराहत सामग्री की किसी भी प्रकार की आवश्यकता पड़ने परजल्द उपलब्ध कराई जाए…वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुख्यमंत्री से पल पल की अपडेट ले रहे हैँ। पीएम मोदी ने इस संबंध में दो बार मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बातचीत कर राहत एंव बचाव कार्यों की जानकारी ली है। वहीं एक तरफ जहां सरकार आपरेशन जिन्दगी के तहत मजदूरो को बचाने की कोशिशों में लगी हुई है तो दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सत्तापक्ष पर हमला बोल दिया है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है। 

 

दिपावली के दिन पूरा देश जश्न में डूबा हुआ था…उत्तराखंड में भी धूमधाम से इस त्यौहार को मनाया जा रहा है लेकिन इसी बीच उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल हादसा हो गया….एक ही झटके में 40 मजदरो की जिन्दगी टनल में फंस गई….घटना के बाद से ही आपरेशन शुरू कर 40 जिन्दगियों को बचाने की कोशिशें की जा रही है।

इस हादसे को 60 घंटे से ज्यादा का समय हो चला है। गुजरते समय के साथ टेंशन बढ़ती जा रही है। हांलाकि राहत वाली बात ये है कि टनल में फंसे मजदूरो से संपर्क हो रहा है। आपको बता दें कि दीपावली के दिन उत्तरकाशी में बड़ा हादसा हुआ था। चारधाम परियोजना के तहत निर्माणाधीन सिलक्यारा-पोल गांव सुरंग में पिछले 6घंटे से अधिक समय से 40 मजदूरो की जिंदगी कैद है। इन मजदूरों को निकालने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। देहरादून से ऑगर ड्रिलिंग मशीन पहुंचाई जा चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल पर पहुंचकर अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैँ। इसके साथ ही मुख्यमंत्री आवास में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मौके पर तैनात जिला प्रशासन के अधिकारियों एवं वहां पर कार्य कर रही एजेंसियों से निरन्तर समन्वय बनाकर रखेंराहत सामग्री की किसी भी प्रकार की आवश्यकता पड़ने परजल्द उपलब्ध कराई जाए…

 

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुख्यमंत्री से पल पल की अपडेट ले रहे हैँ। पीएम मोदी ने इस संबंध में दो बार मुख्यमंत्री धामी से फोन पर बातचीत कर राहत एंव बचाव कार्यों की जानकारी ली है। वहीं एक तरफ जहां सरकार आपरेशन जिन्दगी के तहत मजदूरो को बचाने की कोशिशों में लगी हुई है तो दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर सत्तापक्ष पर हमला बोल दिया है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत तमाम विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही विपक्ष ने सरकार की ओर से गठित जांच समिति पर भी सवाल उठाते हुए सरकार को घेरा है आपको बता दें कि राज्य सरकार ने सिल्कयारा टनल में भूस्खलन के कारणों के अध्ययन एवं जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। सरकार द्वारा बनाई गई ये कमेटी घटनास्थल पर पहुंच गई है।

 

कुल मिलाकर उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे ने एक बात तो साफ कर दी है कि हमने पिछले हादसों से कोई सबक नहीं लिया है। यदि लिया होता तो आज 40 जिन्दगियों को बचाने की इतनी जद्दोजहद नहीं करनी पड़ती हांलाकि राहत वाली बात ये है कि टनल में फंसे मजदूरों से संपर्क हो पा रहा है… लेकिन सवाल ये है कि क्या समय रहते सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा….क्या सरकार जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करेगी या नहीं….  

 

 

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