उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने तमाम वर्गों के मतदाताओँ को साधने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी के तहत प्रदेश में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के मतों को साधने की रणनीति बनाने के लिए भाजपा गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में दो-दो सम्मेलन किए जाएंगे। इसके लिए पार्टी ने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। इन सम्मेलनों में एससी व एसटी वर्ग से जुड़े सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे। इतना ही नहीं भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में नये मतदाताओं को भी पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा है…इसके लिए प्रदेश में अभियान भी शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत प्रदेश मे 75 हजार युवाओं को जोड़ने लक्ष्य रखा गया है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की मौजूदगी में बड़ी संख्या में युवाओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी ग्रहण की है। इस मौके पर महेंद्र भट्ट ने कहा कि देश ने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों का ऐसा कालखंड झेला है.. जिसने देश की विकास की रफ्तार को बार बार अवरुद्ध किया है। लेकिन अब युवाओं ने पीएम मोदी के नेतृत्व में देश का स्वर्णिम काल देखा है जिसमे भारत आर्थिक, सामाजिक एवं सामरिक क्षेत्रों में विश्व में महाशक्ति बनकर उभर रहा है। वहीं महेंद्र भट्ट ने इस अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी की ओर से 15 नवंबर तक ऐसे युवाओं और नव मतदाताओं से जोड़ने का विशेष अभियान चलाया जा रहा हैं। वहीं कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने भाजपा के इन तमाम कार्यक्रमों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यदि भाजपा सरकार ने इन सभी वर्गों के हित में कार्य किया होता तो आज भाजपा को ऐसे कार्यक्रम नहीं चलाने पड़ते….सवाल ये है कि क्या ये सम्मेलन और युवाओं को पार्टी से जोड़ने का अभियान भाजपा को फिर लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक दिला पाएगा….
उत्तराखंड में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अब छह माह से भी कम का समय रह गया है। इसको देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी अपनी तैयारी तेज कर दी है…..सत्ताधारी दल यानि की बीजेपी इन सभी तैयारियों में काफी आगे है……भाजपा ने 2024 के दंगल को जीतने के लिए कई रणनीतियों पर कार्य शुरू कर दिया है। इसी के तहत प्रदेश में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के मतों को साधने की रणनीति बनाने के लिए भाजपा गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में दो-दो सम्मेलन किए जाएंगे। इसके लिए पार्टी ने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है। इन सम्मेलनों में एससी व एसटी वर्ग से जुड़े सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे। वहीं प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठरी ने गढ़वाल और कुमाऊं संभाग में पदाधिकारियों को जिम्मेदारियों सौंप दी है। जिसके तहत 20 नवंबर को विकास नगर और 22 नवंबर को नानकमत्ता में अनुसूचित जनजाति जनप्रतिनिधि सम्मेलन कराया जाएगा….वहीं कांग्रेस ने भाजपा के इस कार्यक्रम पर कटाक्ष करते हुए जीत का दावा किया है
आपको बता दें कि राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 81 लाख 43 हजार 501 है। इनमें 42 लाख से ज्यादा पुरूष जबकि 39 लाख 25 हजार से ज्यादा महिला मतदाता है…..इन सभी मतदाताओं को साधने की कोशिश में तमाम राजनीतिक दल लगे हुए हैं……वहीं भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में नये मतदाताओं को भी पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा है…इसके लिए प्रदेश में अभियान भी शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत प्रदेश मे 75 हजार युवाओं को जोड़ने लक्ष्य रखा गया है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की मौजूदगी में बड़ी संख्या में युवाओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी ग्रहण की है। इस मौके पर महेंद्र भट्ट ने बताया कि पार्टी की ओर से 15 नवंबर तक ऐसे युवाओं और नव मतदाताओं से जोड़ने का विशेष अभियान चलाया जा रहा हैं। इस अभियान के तहत 75 हजार युवाओं को जोड़ने लक्ष्य रखा गया है….वहीं कांग्रेस ने भाजपा के इन तमाम कार्यक्रमों पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यदि भाजपा सरकार ने इन सभी वर्गों के हित में कोई कार्य किया होता तो आज भाजपा को ऐसे कार्यक्रम नहीं चलाने पड़ते….
कुल मिलाकर 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जीत का प्लान तैयार कर रखा है। भाजपा ने तमाम वर्गों के मतदाताओँ को साधने के साथ ही युवाओं और नव मतदाताओं से जोड़ने का विशेष अभियान भी शुरू कर दिया है….इसके साथ ही भाजपा विधानसभा चुनाव में हारी हुई 23 सीटों पर मंथन करने के साथ ही मीडिया संवाद कर केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता को गिना रही है….ऐसे में सवाल ये है कि क्या भाजपा का प्लान विपक्षी दलों को चारो खाने चित कर देगा….क्या भाजपा 2024 में एक बार फिर जीत की हैट्रिक लगाने के लिए तैयार है….और क्या विपक्ष भाजपा के जीत के रथ को रोक पाने में कामयाब हो पाएगी….