KNEWSDESK- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में आने वाले त्योहारों और कानून – व्यवस्था की तैयारियों पर चर्चा की। पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। वहीं अधिकारियों को जनता से मिलना उनकी समस्याओं का निवारण करना को पहली प्राथमिकता बताई। कई मामलों में लापरवाही होने पर कमिश्नर और डीएम को जिम्मेदार बताए जाने की बात की। इसमें नामांतरण, पारिवारिक बंटवारे, पैमाइश आदि शामिल हैं। इसके बाद फिलिस्तीन और इजराइल के मुद्दे पर भी चर्चा की ।
मुख्यमंत्री योगी ने बैठक में त्योहारों और कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि शारदीय नवरात्रि पर मिशन शक्ति अभियान के चौथे चरण की शुरुआत होने जा रही है, जिसे सफल बनाने की जिम्मेदारी आप सभी की है। आगामी एक माह त्योहारों के दृष्टिगत खासा संवेदनशील है। बीट सिपाही से लेकर हल्का इंचार्ज और पुलिस कप्तान सहित हर अधिकारी सड़क पर उतरे। कुछ अराजक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। पुलिस को अलर्ट रहना होगा। त्योहारों में अश्लील गीतों और कानफोड़ू डीजे संगीत से भी समस्या होती है। इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए ।
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सिफारिश को लेकर सक्त निर्देश
सीएम ने कहा कि, हर एक तैनाती मेरिट के आधार पर ही होनी चाहिए। यदि कहीं भी सिफारिश अथवा किसी के दबाव में किसी की फील्ड पोस्टिंग की गई है तो उसको गंभीरता से लिया जाएगा और आगे कहा कि अधिकारी जनता के लिए तैनात हैं, जनता से मिलना और उनकी समस्याओं का निस्तारण शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। फील्ड में तैनात जो अधिकारी – कर्मचारी ऐसा कर पाने में सक्षम न हो उसे तत्काल फील्ड की तैनाती छोड़ देनी चाहिए।
इजराइल और फिलिस्तीन विवाद पर भी की चर्चा
मुख्यमंत्री ने इजराइल और फिलिस्तीन के मुद्दे पर कहा कि सभी पुलिस कप्तान अपने क्षेत्र में धर्मगुरुओं से तत्काल संवाद करें। इस प्रकरण में भारत सरकार के विचारों के विपरीत किसी तरह की गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी। सोशल मीडिया हो अथवा धर्मस्थल कहीं से भी किसी भी प्रकार का उन्यादी बयान आदि जारी न हो । यदि किसी के द्वारा ऐसा करने का प्रयास हो तो तत्परता के साथ कार्रवाई की जाए ।
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