KNEWS DESK- एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने अलग हुए अपने वरिष्ठ सहयोगी प्रफुल्ल पटेल पर बीते रविवार को जमकर तंज कसा| साथ ही उन्होंने अजित पवार गुट द्वारा एनसीपी प्रमुख और उनके पिता शरद पवार पर लगाए गए आरोपों को बचकाना और हास्यास्पद बताया|
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुप्रिया सुले ने कहा, जब प्रफुल्ल पटेल का मामला आया तब पवार साहेब ने अलोकतांत्रिक तरीके से काम किया| जब उन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया था तब एनसीपी के कई विधायकों ने उनका विरोध किया लेकिन पवार साहेब ने अडिग रहते हुए कहा कि प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा के लिए हमारे उम्मीदवार हैं|
आपको बता दें कि शरद पवार के पुराने विश्वसनीय माने जाने वाले पटेल ने इस साल की जुलाई में अजित पवार गुट का समर्थन किया| अजित पवार आठ विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिवसेना-बीजेपी सरकार के सहयोगी बन गए थे| इसके बाद पटेल को एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था|
सुप्रिया सुले ने कहा कि शरद पवार ने अजित पवार गुट में शामिल कई एनसीपी नेताओं के विरोध को दरकिनार कर आलोकतांत्रिक तरीके से पटेल को 2004 का लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद केंद्रीय मंत्री बनाने का फैसला किया था| सुले ने कहा, जब प्रफुल्ल पटेल को सत्ता और पद देने की बात हुई तो शरद पवार ने आलोकतांत्रिक तरीके से काम किया| यह आरोप बचकाना और हास्यास्पद है| अजित पवार गुट में शामिल होने के बाद पटेल ने आरोप लगाया कि एनसीपी, पार्टी संविधान या निर्वाचन आयोग के नियमों से नहीं चल रही थी और पूरे संगठनात्मक ढांचे में खामी थी|