मध्यप्रदेश: मैं चुनाव लड़ू या नहीं…, बयानों पर सीएम शिवराज ने दिया बड़ा बयान

KNEWSDESK- सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उनके दिए बयानों को लेकर सवाल पूछा गया। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर सभी पार्टियां तैयारी कर रही हैं। ऐसे में शिवराज सिंह के दिए बयान खूब चर्चा का विषय बने हुए हैं। इन बयानों को लेकर विपक्षी पार्टियां निशाना साध रही हैं। वो अपनी जनसभा में भावुक होते हुए भी दिखे, वहीं जब सवाल किया गया,तो  प्रेस कॉनफ्रेंस में सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मेरे बयानों का मतलब भांजा – भांजी जानते हैं।

जब शिवराज सिंह से बयानों के बारे सवाल किया गया, तो मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉनफ्रेंस में सवालों का जवाब देते हुए कहा कि , इस बयान का मतलब  एमपी के भाई- बहन समझते हैं और आगे कहा कि मेरे बयानों का मतलब भांजा – भांजी जानते हैं। जब चुनाव लड़ते हैं तो वे जनता से पूछते हैं कि चुनाव लड़ूं या नहीं इस पर जनता ही कहती है कि चुनाव लड़ो।

पुराने बयानों में ये कहा

ऐसा भैया नहीं मिलेगा , जब मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा। इसके अलावा उन्होंने बुधनी के एक कार्यक्रम के दौरान जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि मैं चुनाव लड़ू या नहीं। वहीं डिंडौरी की एक सभा में कहा कि मुझे फिर से सीएम बनना चाहिए या नहीं ।

वह लड़ने को तैयार नहीं

कमलनाथ ने सोशल मीडिया के जरिए निशाना साधते हुए कहा था कि मध्य प्रदेश भाजपा में हताशा अपने चरम पर है। पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लेना बंद कर दिया और उन्हें मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया। इसके जवाब में प्रधानमंत्री पर दबाव बनाने के लिए पहले तो मुख्यमंत्री ने जनता के बीच यह पूछना शुरू किया कि मैं चुनाव लडूं या नहीं लडूं और अब सीधे पूछ रहे हैं कि पीएम मोदी को प्रधानमंत्री होना चाहिए या नहीं? भाजपा में जंग होना तय है जिन्हें टिकट मिला, वह लड़ने को तैयार नहीं है और जो टिकट की रेस से बाहर हैं, वह सबसे लड़ते फिर रहे हैं।

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