KNEWS DESK- पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग की कमान गीतिका श्रीवास्तव संभालेंगी। आपको बता दें कि भारत की ओर से ये जिम्मेदारी आईएफएस अधिकारी गीतिका श्रीवास्तव को दी गई है। गीतिका काफी तेज तर्रार अधिकारी मानी जाती हैं। करियर का अधिकांश समय उन्होंने चीन में बिताया है. वर्तमान में वह इंडो पैसिफिक डिवीजन में तैनात हैं।
कौन हैं गीतिका श्रीवास्तव
उत्तर प्रदेश की रहने वाली गीतिका श्रीवास्तव को पाकिस्तान में भारतीय दूतावास का प्रभारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने डॉक्टर सुरेश कुमार की जगह ली है। वह पहली महिला अधिकारी बन गई हैं जिन्हें भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से इस प्रतिष्ठित भूमिका के लिए चुना गया है। गीतिका की नियुक्ति तब हुई है जब पाकिस्तान ने भारत में नए प्रभारी के तौर पर साद वारियाच को जिम्मेदारी है। साद, पाकिस्तान उच्चायोग में ऐजाज खान की जगह लेंगे।
करियर का ज्यादातर समय चीन में बताया
गीतिका श्रीवास्तव ने करियर का ज्यादातर समय चीन में भारतीय उच्चायोग में बिताया है। वह यहां अलग-अलग पदों पर तैनात रही हैं. फिलहाल गीतिका इंडो पैसिफिक डिवीजन में है जो अन्य देशों के साथ भारत की बहुपक्षीय कूटनीति की देखभाल करता है। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान में तैनाती के दौरान चीन और इंडो पैसिफिक डिवीजन का अनुभव गीतिका के काम आएगा।
चार साल से पाकिस्तान में नहीं कोई उच्चायुक्त
पाकिस्तान में पिछले चार साल से भारत का कोई पूर्णकालिक उच्चायुक्त नहीं है। इस्लामाबाद में भारत के अंतिम उच्चायुक्त अजय बिसारिता थे, जब 2019 में भारत ने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 रिमूव किया था। उस वक्त बौखलाए पाकिस्तान ने भारत से डिप्लोमैटिक संबंध खत्म कर दिए थे। तत्कालीन पीएम इमरान खान ने बिसारिया को पाकिस्तान छोड़ने की चेतावनी दे दी थी। इसके बाद उप उच्चायुक्त यह जिम्मेदारी निभा रहे थे। इसका असर भारत पाकिस्तान के बीच डिप्लोमैटिक संबंधों पर भी पड़ा था।
गीतिका रह चुकीं पासपोर्ट अधिकारी
उत्तर प्रदेश की रहने वाली गीतिका, कोलकाता में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी और विदेश मंत्रालय के आईओआर डिवीजन में निदेशक के रूप में भी काम कर चुकी हैं। साल 2019 से ही भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं। पाकिस्तान में कोई भी पूर्णकालिक उच्चायुक्त नहीं है। पांच अगस्त 2019 को जब भारत ने जम्मू कश्मीर को मिला विशेष दर्जा रद्द किया था तो पाकिस्तान ने इसे भारत सरकार का अवैध कदम करार दिया था। साथ ही राजनयिक संबंधों को कम करने का फैसला किया है।