KNEWS DESK… राजस्थान में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। प्रदेश में मौजूदा समय में कांग्रेस की सरकार है। सीएम अशोक गहलोत ने एंटी इंकबेंसी कम करने के लिए पिछले कुछ महीनों में योजनाओं और घोषणाओं की झड़ी सी लगा दी है। कुल मिलाकर सीएम गहलोत पूरी ताकत से साथ मेहनत कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर पार्टी हाईकमान से उनका सचिन पायलट के साथ चल रहा विवाद भी सुलझा लिया है। कुल मिलाकर पार्टी पूरी तरीके से चुनावी मोड में आ चुकी है। इस बीच कांग्रेस ने राज्य में 3 सर्वे करवाएं। सर्वे के नतीजों ने कांग्रेस को सकते में डाल दिया है।
दरअसल आपको बता दें कि प्रदेश में कुल 200 विधानसभा सीटे हैं। सर्वे के अनुसार 120 सीटों पर कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों से लोग जबरदस्त नाराज है। इन सीटों पर प्रत्याशियों को बदलने की आवश्यकता है। सर्वे के अनुसार पार्टी को 45 से ज्यादा सीटों पर लोग उम्मीदवार बदलने की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शेष बची 85 सीटों पर उम्मीदवारों की हार तय हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि इस सर्वे की सबसे खास बात यह है कि कई मंत्रियों और विधायकों की रिपोर्ट ठीक नहीं है। पार्टी अगर इन सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं बदलती है तो उसे हार का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कई मंत्रियों और विधायकों को लेकर जनता की रिपोर्ट पाॅजिटिव है इसलिए पार्टी उन्हें दोबारा टिकट दे सकती है। पार्टी ने नेगेटिव रिपोर्ट वाले नेताओं को प्रदर्शन सुधारने की सलाह दी है। ताकि जनता की नाराजगी को दूर किया जा सकें।