रिपोर्ट-रईस अल्वी
संभल। संभल जिले की सदर कोतवाली पुलिस ने 8 साल पूर्व तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के जन्मदिन पर मिट्टी का केक काटने और मिट्टी के लड्डू बांटने के आरोप में न्यायालय से अरेस्ट वारंट जारी होने पर गिरफ्तार किया है। संभल जिले का मुख्यालय घोषित नहीं किए जाने से गुस्साए संघर्ष समिति के सदस्यों ने मायावती के जन्मदिन पर मिट्टी का केक काटकर विरोध दर्ज किया था। इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी ने खुद को बीजेपी से जुड़ा नेता होने का दावा करते हुए सपा सांसद और विधायक पर फंसाने का आरोप लगाया है।
दरअसल आपको बता दें 28 सितंबर 2011 को यूपी की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मुरादाबाद का हिस्सा रहे संभल को जिला घोषित किया था तीन तहसीलों को मिलाकर नए जिले का नाम भीमनगर रखा था लेकिन जनपद का मुख्यालय केंद्र बिंदु पर बनाए जाने की बात कहीं गई थी जिसे लेकर जिला मुख्यालय संघर्ष समिति ने लंबा आंदोलन किया और जिला मुख्यालय को संभल तहसील में ही बनाए जाने की मांग उठाई थी इस बीच सत्ता परिवर्तन हुआ और 2012 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार आई सत्ता संभालते ही अखिलेश यादव ने भीम नगर का नाम संभल जिला रखा। वही जनपद का अस्थाई मुख्यालय बहजोई को बनाया गया। लेकिन जिला मुख्यालय संघर्ष समिति लगातार संभल तहसील में ही मुख्यालय बनाए जाने की मांग पर अड़ी हुई थी बताते चलें कि इसी बात से नाराज होकर वर्ष 2015 में जिला मुख्यालय संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने संभल के शंकर कॉलेज चौराहे पर मायावती के जन्मदिन पर मिट्टी का केक काटा और मिट्टी के लड्डू वितरित किए यही नहीं उन्होंने मायावती का पुतला भी फूंका था इस मामले में बसपा के नेता अमर सिंह की ओर से 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था मुकदमा दर्ज होने के बाद भी समिति के सदस्यों ने अपनी जमानत नहीं कराई थी कोर्ट के लगातार नोटिस जारी किए जाने के बाद भी आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे आरोपियों द्वारा कोर्ट में पेश होने पर अदालत ने आरोपियों की गिरफ्तारी को अरेस्ट वारंट जारी कर दिए जिसके बाद संभल पुलिस ने तीन आरोपियों शकील उर रहमान मलिक ,नूर खां और जुल्फिकार को गिरफ्तार किया है इन तीनों आरोपियों में शकील उर रहमान मलिक ने खुद को बीजेपी से जुड़ा होने का दावा किया है साथ ही सपा सांसद और विधायक पर बेवजह फंसाने का आरोप भी लगाया है संभल पुलिस क्षेत्राधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि वर्ष 2015 में कुछ लोगों ने शंकर कॉलेज चौराहे पर प्रदर्शन किया था जिसमें अमर सिंह नाम के व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था न्यायालय से अब गिरफ्तारी के वारंट जारी हुए हैं पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है।