महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के कोल्हापुर में मुगल बादशाह औरंगजेब की प्रशंसा वाला व्हाट्सएप स्टेटस लगाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था| ये हिंसा तो थम गई, लेकिन इस पर अब राजनीति संग्राम शुरू हो गया है| AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बाद अब इस हिंसा को लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने अपनी एक राय दी है उन्होंने कहा,पोस्टर लगाने वालों को ठोक देना चाहिए, जैसे यूपी में कर रहे हैं|
असल में, कोल्हापुर में व्हाट्सएप स्टेसस को लेकर हिंसा फैली थी| इस स्टेटस में मुगल बादशाह औरंगजेब की फोटो और आपत्तिजनक ऑडियो लगाया गया था फिर हिंदू संगठनों ने विशाल प्रदर्शन किया था और छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर जमा होकर शोर-शराबा किया| इस दौरान, प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी एवं दुकानों में तोड़-फोड़ भी की थी|
शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि औरंगजेब के नाम पर 400 साल बाद भी महाराष्ट्र में हिंसक घटनाएं हो रही हैं, जो शर्म की बात है| बार-बार राजनीतिक लाभ के लिए भाजपा औरंगजेब को फिर से जिंदा कर रही है| राउत ने आगे कहा कि भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में बजरंग बली का कार्ड खेला था, लेकिन वो नहीं चला और उन्हें बड़ी हार झेलनी पड़ी| उन्होंने कहा कि इसलिए ही अब महाराष्ट्र में औरंगजेब पर राजनीति की जा रही है, ताकि लोगों के वोट लिए जा सके|
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान को लेकर AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने नाथूराम गोडसे का नाम लेकर निशाना साधा है| दरअसल, फडणवीस ने कहा था कि महाराष्ट्र के कुछ जिलों में औरंगजेब की औलादें पैदा हुई हैं| जिस पर ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा कि अगर औरंगजेब की औलादों का आपको पता है, तो ये भी बता दीजिए कि गोडसे की औलाद कौन है|
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि औरंगजेब बनाम गोडसे करने वाले ओवेसी को याद रखना चाहिए उनकी पार्टी के नेता ने अहमदनगर में औरंगजेब का पोस्टर लहराया| इसके बाद ही 5 नाबालिगों ने औरंगजेब की तस्वीर व्हाट्सऐप स्टेट्स पर लगाई| महाराष्ट्र में मुगल बादशाह को 400 साल बाद कब्र से निकालने की कोशिश करने वाले भी ओवैसी की ही पार्टी थी| कभी औरंगाबाद में औरंगजेब की मजार पर जाकर AIMIM नेता ने ही महिमा मंडन किया अब वो महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी पर मुसलमानों को बदनाम करने का आरोप लगा रहे हैं| महाराष्ट्र में मिशन 2024 को लेकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश बता रहे हैं| आखिर आपकी पॉलिटिक्स क्या है…?