सपनों को हकीकत में साकार करने की जीवनयात्रा
छह अन्य भाई-बहनों के साथ उत्तराखंड के भीतरी इलाकों में पैदा हुए बालक अजय सिंह बिष्ट का सफर इतना आसान नहीं था जितना अब उनको बतौर मुख्यमंत्री देखने में लगता है…. किसी की भी कल्पना से यह बात इतर है कि पहाड़ी इलाके उत्तराखंड के छोटे से गांव के गरीब और सीधे साधे परिवार में जन्मा बालक एक दिन देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का मुखिया बनेगा… योगी ना सिर्फ मुख्यमंत्री बने बल्कि मौजूदा राजनीतिक दौर में वह हिंदुत्व के लिए देश का सबसे बड़ा चेहरा भी बने….और यदि सियासी समीकरण ना बिगड़े तो आने वाले कुछ ही वर्षों के भीतर योगी देश के प्रधानमंत्री कुर्सी के भी सबसे बड़े दावेदार होंगे….उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 51 वां जन्मदिन है
बचपन में कैसे थे योगी आदित्यनाथ
योगी के पिता पी आनंद सिंह बिष्ट, एक कनिष्ठ वन अधिकारी थे और माता सावित्री देवी एक गृहिणी थीं। अजय को बचपन से ही परिवार की गायों की देखभाल करने, स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियाँ सुनने और स्कूल की बहस में भाग लेने का शौक था। वे सभी आज के उत्तराखंड में पनचूर नाम के एक सुदूर गाँव में डेढ़ कमरे के घर में रहते थे। यहीं से अजय गोरखनाथ मठ के महंत बने, जिसके बाद उन्होंने भारतीय संसद के सबसे कम उम्र के सदस्य व भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने की यात्रा तय की। योगी का आज 51 वां जन्मदिन है इस मौके पर
योगी की पूरी कहानी अगर आपको पढ़नी है तो आज योगी पर लांच की गई किताब को पढ़िए…. ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ’ छात्रों में धैर्य, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के गुणों को विकसित कर उनके भविष्य को प्रबल बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगी। इसमें योगी के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट, उनकी माँ सावित्री देवी, पंचूर गाँव के उनके दोस्त, कोटद्वार और ऋषिकेश में उनके कॉलेजों के सहपाठी और शिक्षक और साथियों द्वारा बताए गए उत्प्रेरक संस्मरणों का संकलन किया गया है।
छात्रों में बुनियादी गुण विकसित करेगा उपन्यास
लेखक ने आगे कहा कि ‘अजय टू योगी आदित्यनाथ’ छात्रों में धैर्य, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के गुणों को विकसित कर उनके भविष्य को प्रबल बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगी। इसमें योगी के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट, उनकी माँ सावित्री देवी, पंचूर गाँव के उनके दोस्त, कोटद्वार और ऋषिकेश में उनके कॉलेजों के सहपाठी और शिक्षक और साथियों द्वारा बताए गए उत्प्रेरक संस्मरणों का संकलन किया गया है।
सपनों को साकार करने की कहानी
लॉन्चिंग सेरेमनी में शामिल मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि सपनों को हकीकत में साकार करने की जीवनयात्रा इस उन्यास में दर्ज है, जाहिर है इसे पढ़कर बच्चे भी योगी की तरह सीएम बनने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के सपनों को सच कर सकते हैं।
बनाई एक अलग जगह
सरोजनीनगर से मौजूदा विधायक व ईडी के संयुक्त निदेशक रहे राजेश्वर सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने अपने व्यक्तित्व, मेहनत और ईमानदारी से लोगों के बीच एक अलग जगह बनाई है। चाहें अपराध पर नियंत्रण हो, युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन आवंटन हो, या फिर सुशासन की नीतियों को लागू करना हो, उन्होंने न केवल युवाओं का बल्कि समाज के हर वर्ग का विश्वास जीता है।
अमेजन पर बनी बेस्ट सेलर
इसके अतिरिक्त, एयरफोर्स की स्क्वॉर्डन लीडर तूलिका रानी, मोटो जीपी भारत के सीओओ पुष्कर नाथ श्रीवास्तव व अन्य उपस्थित रहे। लॉन्च होने के साथ ही यह उपन्यास ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन पर भी बेस्टसेलर केटेगरी में शोकेस हो रहा है।