उत्तराखंड : विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ अपने तेवर तीखे कर लिए हैं। उन्होने कहा कि सरकार की जन विरोधी नीतियाँ हैं।जिसको लेकर बीते दिन विपक्षी दलों ने सचिवालय को कूच किया। सचिवालय कूच से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेटिंग करी। जिसके बाद दलों ने वही से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। साथ ही प्रशासन के प्रतिनिधि के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
विपक्षी दलों ने एकसाथ मिलकर सरकार के खिलाफ लगाये नारे
विपक्षी एकता दिखाने और सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस, भाकपा साथ ही तमाम विपक्षी दलों ने मिलकर बीते दिन सचिवालय घेराव की कोशिश करी। जिसके लिए वे परेड ग्राउड में एकत्रित होकर सचिवालय घेराव को निकल पड़े। लेकिन इसी दौरान तैनात पुलिस बल ने उन्हें कनक चौक से कुछ दूरी पर सुभाष रोड पर ही वैरिकेटिंग लगाकर आगे जाने से रोक दिया। पुलिस द्वारा रोकने के बाद दलों ने वहीं पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इस दौरान कांग्रेस के नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह कानून और वन अधिनियम की धज्जिया उड़ाकर लोगों के घरों को उजाड़ रही है। वहीं भाकपा ने कहा कि सरकार लैंड जिहाद की आठ में राज्य के वास्तविक मुद्दों को छिपा रही है। कहा कि राज्य मे 200 वर्ष पूर्व की मजारों को वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण के नाम पर तोड़ा जा रहा है। जबकि उस समय वन विभाग का राज्य में कोई अस्तित्व था ही नहीं।