नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरा समाप्त कर भारत वापस लौटते ही नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर रहे राजनीतिक दलों पर साधा निशाना। पीएम मोदी ने कहा कि यहां जो लोग उपस्थित हैं वो मोदी जी को प्यार करने वाले लोग नहीं हैं, ये मां भारती को प्यार करने वाले लोग हैं। ये हिंदुस्तान को प्यार करने वाले लोग हैं। हिंदुस्तान का नाम रोशन होता है तो 140 करोड़ देशवासियों का जज्बा नई ऊंचाइयों को छू लेता है।
दरअसल आपको बता दें कि पीएम मोदी एक सप्ताह के विदेश दौरे पर गए हुए थे जिस दौरान उन्होंने जापान, पापुआ न्यू गिनी एवं आस्ट्रेलिया की यात्रा की जहां पर पीएम ने प्रशांत क्षेत्र के देशों से मुलाकात भी की साथ उन्होंने रूस-यूक्रेन के चल युद्ध को लेकर बड़ी बात कह दी थी। इसके इतर पीएम ने यात्रा के विकास सम्बधीं मुद्दों पर भी चर्चा की थी। एक सप्ताह की विदेश यात्रा समाप्त होने के बाद बृहस्पतिवार को सुबह ही दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री मोदी का पालम हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत किया गया। जिसके बाद पीएम ने एयरपोर्ट के पास उनका स्वागत करने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं को सम्बोंधित किया। पीएम ने कहा कि जो लोग आज यहां पर मौजूद हैं वो मोदी जी को प्यार करने वाले लोग नहीं हैं, ये मां भारती को प्यार करने वाले लोग हैं। ये हिंदुस्तान को प्यार करने वाले लोग हैं। दिंदुस्तान का नाम रोशन होता है तो 140 करोड़ देशवासियों का जज्बा नई ऊचाईंयों को छू लेता है।
संसद भवन के उद्घाटन समारोह का विरोध करने वालों पर कसा तंज
पीएम मोदी ने अपने आस्ट्रेलिया में हुए कार्यक्रम का जिक्र करते हुए नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने राजनीतिक दलों पर तंज कसा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में उन्हें सुनने के लिए 20,000 लोग इकट्ठा हुए थे। जिसमें आस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज भी दर्शकों में शामिल हुए थे। इसके अलावा आस्ट्रलिया के पूर्व प्रधानमंत्री व पूरा विपक्ष अपने देश के लिए मौजूद था।
विदेश में हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी के टैलेंट की चर्चा करता हूं
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिसा के देशों जाकर दुनिया के महापुरूषों से मिलकर हिंदुस्तानके सामर्थ्य़ की बात करता हुं, हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी के टैलेंट की चर्चा करता हूं एवं अवसर मिलने पर भारत के नौजवान कैसा पराक्रम करके दिखलाते हैं। ये मैं दुनिया में जाकर बतलाता हूं। पीएम ने कहा, इस यात्रा के दौरान जितना समय मुझे उपलब्ध था, उसका पल-पल मैंने देश की बात करने में, देश की भलाई के लिए निर्णय करने में अपना समय पूरी तरह से उपयोग किया। मैं आप से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना, हिम्मत के साथ बात कीजिए… दुनिया सुनने को आतुर है।
दुनिया भी भारत के साथ खड़ी दिखती है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मेदी ने अपने संबोधन में कहा कि जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है। ऑस्ट्रेलिया… आज भारत को अपना मानता है, भारत को सम्मान से देखता है और वो भारत के भविष्य के साथ अपना भविष्य जोड़ कर देखता है। मोदी ने आगे कहा, आप लोगों को जान कर खुशी होगी कि भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम का आना हम सभी के लिए गौरव की तो बात है ही, लेकिन इतना ही नहीं, उस समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री भी थे… विपक्ष के सांसद थे, सत्ता पक्ष के सांसद थे… सब के सब मिलजुल कर भारतीय समुदाय के इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। ये यश मोदी का नहीं है, हिंदुस्तान के पुरुषार्थ का है… 140 करोड़ हिन्दुस्तानियों के जज्बे का है।
दुश्मनों की परवाह भी करता हूं मैं
पीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के कुछ लोगों ने मुझसे पूछा कि मैंने दुनिया को कोविड वैक्सीन क्यों दी। मैं कहना चाहता हूं कि यह महात्मा बुद्ध और गांधी की धरती है। हम अपने दुश्मनों की भी परवाह करते हैं… आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है।