KNEWS DESK : अमेरिका ने एक बार फिर धार्मिक हिंसा को लेकर भारत पर निशाना साधा है|अमेरिकी विदेश विभाग ने धार्मिक स्वतंत्रता पर अपनी साल भर की रिपोर्ट जारी की है|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से एक महीने पहले ही यह रिपोर्ट सामने आई है|धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी रिपोर्ट में भारत में मुसलमानों और ईसाईयों समेत धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले की बात कही गई है| इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका ने भारत से निंदा करने की आशा जताई है|
इस रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ अमेरिका के अधिकारी द्वारा बता गया है कि अमेरिका चाहता है, भारत लगातार हो रही धार्मिक हिंसा की निंदा करे|अमेरिका के अधिकारी का बयान भी अब आया है जब अगले महीने यानी कि जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका रवाना होने वाले हैं|अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी वर्ष भर की रिपोर्ट धार्मिक स्वतंत्रता पर जारी की है| जिसमें भारत में मुसलमानों, ईसाइयों या अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों के विषय में बताया गया है|
मुसलमानों, ईसाइयों समेत धार्मिक अल्पसंख्यकों के विपक्ष में लक्षित हमलों का जिक्र करते हुए एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि यह नागरिक समाज के सदस्यों, साहसी पत्रकारों के साथ काम करना जारी रखेगा और इन मुद्दों को हल करने के लिए अपने समकक्षों से सीधे बात करेगा|
एक वरिष्ठ अमेरिका के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर पत्रकारों से रिपोर्ट के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि वो भारत में लगातार हो रही धार्मिक हिंसा से दुखी हैं|अधिकारी ने कहा, “इन चिंताओं के संबंध में, हम सरकार को हिंसा की निंदा करने और धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रति अमानवीय बयानबाजी करने वालों को जवाबदेह ठहराने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं “
अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि वो इसे लेकर अपने भारतीय समकक्षों से बात करेंगे और ”हम अपने सिविल सोसाइटी के सहयोगियों और पत्रकारों के साथ मिलकर जमीन पर काम करना जारी रखेंगे| जो हर दिन इनमें से कुछ दुर्व्यवहारों का दस्तावेजीकरण करने के लिए काम कर रहे हैं ”
इस हफ्ते के लास्ट में जापान में हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में और अगले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया में क्वॉड शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आमना-सामना होगा|