उत्तराखंड: पहाड़ों की रानी मसूरी को अब जल्द ही यमुना मसूरी पेयजल योजना से मिलेगा पानी, तीन वर्ष पूर्व 144 करोड़ की लागत से शुरू हुई यमुना मसूरी पेयजल योजना का कार्य पूरा हो चुका है। जिससे मसूरी को भरपूर जलापूर्ति होगी। पेयजल निगम की पाइप लाइन को साफ किया जायेगा, जिसके बाद पानी की गुणवत्ता की जांच होगी। गुणवत्ता में सही पाये जाने पर विभाग द्वारा इसकी सप्लाई उपभोक्ताओं को कर दी जाएगी।
नई पेयजल योजना से पानी की होगी भरपूर आपूर्ति
लम्बे समय से मसूरी को एक ऐसी ही पेयजल योजना की दरकार थी। जिससे मसूरी में वर्तमान में हो रही पानी की कमी को पूरा किया जा सके। तीन वर्ष पूर्व साल 2020 में इस योजना को शुरू किया गया था। इस योजना को भविष्य में बढ़ने वाली पानी की मांग को देखते हुए बनाया गया है। इससे आगामी तीस वर्षों तक पानी की भरपूर उपलब्धता रहेगी। वर्तमान समय में मसूरी में प्रत्येक दिन लगभग 15.70 एमएलडी की मांग रहती है। बावजूद इसके विभिन्न स्रोतों से सिर्फ 7.69 एमएलडी पानी ही उपलब्ध हो पा रहा है। आंकड़ों को देखें तो मसूरी में इस समय मांग के हिसाब से करीब आठ एमएलडी पानी की कमी है। इस पेयजल योजना के आने से जलापूर्ति को बढ़ाकर करीब 11.7 एमएलडी कर दिया जायेगा। पेयजल निगम के अनुसार वर्ष 2052 तक इस योजना के माध्यम से उपभोक्ताओं को पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सकेगा।