knews desk, विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इसे WHO द्वारा 2007 में लोगों में इस बीमारी के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
मलेरिया का संक्रमण हर साल लाखों लोगों की जान लेता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस बीमारी पर काबू पाने की कोशिश कर रहा है। इसमें स्वास्थ्य संगठन को दुनिया भर के देशों से मदद मिल रही है।
मलेरिया एनाफिलीज मच्छर प्रजाति की मादा मच्छरों के कारण होता है। यह मादा मच्छर जमा पानी में रहती है और अंडे देती है। इसलिए मलेरिया से पीड़ित होने से बचने के लिए आसपास के क्षेत्र को साफ रखना चाहिए।
मलेरिया के मरीज के शरीर में खून में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं। इससे कमजोरी, बुखार, सिरदर्द, उल्टी और मांसपेशियों में ऐंठन होती है। स्थिति गंभीर होने पर लीवर-किडनी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
मलेरिया का तुरंत इलाज करवाना चाहिए। इस दौरान कुछ खान-पान से सेहत बिगड़ सकती है। डाइट में इन फूड्स का सेवन करने से स्थिति और खराब हो सकती है।
वसायुक्त भोजन – कुछ खाद्य पदार्थ जैसे घी, मलाई, मक्खन में अधिक मात्रा में वसा होती है। इन खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने से मलेरिया के रोगी को उल्टियां हो सकती हैं।
मसालेदार खाना – मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए। ऐसे पदार्थ शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। मसालेदार खाने के बजाय घर का बना खाना खाना बेहतर है।
उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ – कुछ खाद्य पदार्थ उच्च फाइबर से भरे होते हैं, जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां। इसके सेवन से लिवर/पेट संबंधी समस्याएं बढ़ने की आशंका रहती है।
कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ – चाय, कॉफी में बहुत अधिक मात्रा में कैफीन होता है। मलेरिया के दौरान कैफीन का स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए सलाह दी जाती है कि ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।