प्रयागराज, उमेशपाल हत्याकांड में अब तक 6 अपराधियों का सफाया हो चुका है। इनमें अतीक अहमद और अशरफ अहमद की 15 अप्रैल की रात बदमाशों ने हत्या कर दी थी. इससे पहले अतीक के बेटों असद और मोहम्मद गुलाम को यूपी एसटीएफ ने झांसी में मार गिराया था। इस मामले में अरबाज और विजय चौधरी का भी एनकाउंटर हो चुका है। लेकिन उमेश पाल हत्याकांड के तीन आरोपी अभी भी फरार हैं.जिसमें गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान को पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है. गुड्डू मुस्लिम माफिया अतीक अहमद सूबसे खास था. जिसको बमबाज केे नाम से भी जाना जाता है.कहा जाता है गुड्डू मुस्लिम बम बनाने में बहुत ही माहिर है.रास्ते चलते भी बमबनाने में माहिर है गुड्डू मुस्लिम.वो भीड़-भाड़ वाली जगहों में भी तबाही मचा सकता है.अतीक व अशरफ की हत्या के बाद से गुड्डू मुस्लिम की तलाश तेज कर दी है. गुड्डू मुस्लिम अतीक व अशरफ के सबसे भरोसेमंद लोगों में शामिल था. वह अतीक के पूरे नेटवर्क को हैंडल करता था। उसे अपराध की दुनिया में 35 साल का अनुभव है। 15 साल की उम्र से ही उसने चोरी और डकैती जैसे अपराध करना शुरू कर दिया था। बताया जाता है कि गुड्डू की जुर्म की कला बड़े बाहुबलियों द्वारा इस्तेमाल की जाती थी और इसी वजह से वह यूपी और बिहार के कुछ जिलों में बमबाज के नाम से मशहूर हो गया.
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सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक बता दें कि गुड्डू मुस्लिम ने श्री प्रकाश शुक्ला और मुख्तार अंसारी के लिए भी बम बनाया करता था. गुड्डू को धनंजय सिंह और अभय सिंह के गिरोह से भी समय-समय पर काम किया करता था। गुड्डू मुस्लिम करीब 20 साल से पूर्वी यूपी के हर गिरोह में मशहूर था। 1997 में जब गुड्डू गेम टीचर फ्रेडरिक्स जे. गोम्स की हत्या करने के बाद जेल गया. तब माफिया अतीक अहमद ने ही उसे बाहर निकाला था। इसके बाद गुड्डू अतीक के लिए काम करना शुरू किया. यहीं से उसने अपने जुर्म की कला से अतीक का विश्वास जीत लिया।
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हालंकि आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस आरोपी गुड्डू मुस्लिम की तलाश करने में जुटी हुई है.जिसके ऊपर 5 लाख रूपए का ईनाम भी घोषित किया गया है. जोकि उमेश पाल की हत्या के बाद से फरार से चल रहा है.यूपी पुलिस के साथ-साथ यूपी एसटीएफ भी आरोपी की तलाश में जुटी हुई है. लकिन अभी तक गुड्डू मुस्लिम पुलिस की आंखो में धूल झोंककर फरार चल रहा है.
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