‘पद्मश्री’ मिलने पर Raveena Tandon ने शेयर किया एक्सपीरियंस, ट्रोलर्स को दिया करारा जवाब

bollywood desk : बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन को हाल ही में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वहीं एक्ट्रेस ने अब एबीपी न्यूज़ से इस सम्मान से नवाजे जाने के अपने एक्सपीरियंस को शेयर किया है.

90 के दशक में बेहतरीन फिल्मों से लोगों के दिलों पर छा जाने वालीं एक्ट्रेस रवीना टंडन आज भी अपनी खूबसूरती से लाइमलाइट बटोरती हैं। एक्ट्रेस को बीते दिनों पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। जहां रवीना के फैंस उनकी इस अचीवमेंट से बेहद खुश हुए तो वहीं, ट्रोल्स ने उन्हें इसके लिए आड़े हाथों ले लिया। रवीना को पद्मश्री मिलने पर कई सवाल खड़े किए गए जिस पर अब खुद एक्ट्रेस ने चुप्पी तोड़ते हुए ट्रोल्स की बोलती बंद कर दी है।

पद्मश्री पुरस्कार से नवाजे जाने पर रवीना ने कहा कि देश की राष्ट्रपति से पद्मश्री लेना उनके लिए एक अद्भुत अनुभव था. रवीना ने बताया कि राष्ट्रपति मुर्मु ने उन्हें कहा कि वह उनकी तमाम फ़िल्में देखती रही हैं, जिसे सुनने के बाद उन्हें और बढ़िया महसूस हुआ. रवीना ने कहा कि पुरस्कार लेते वक्त सामने बैठे उनके पति अनिल थडानी और उनके दोनों बच्चों के चेहरों पर बड़ी सी मुस्कान थी जिसे देखकर उन्हें बहुत अच्छा लगा. इस दौरान रवीना ने ये भी बताया कि उन्हे एक पत्रकार से पता चला था कि उन्हें पद्मश्री से नवाजे जाने का ऐलान हुआ है. जब उन्हें यह खबर मिली तो उन्हें इस बात पर यकीन नहीं हो रहा था कि सचमुच हुआ है. रवीना ने बताया पुरस्कार के ऐलान के बाद सबसे पहले उन्होंने अपनी मां से बात की थी.

रवीना ने कहा कि उनके बेटे रणवीर को पहले पद्मश्री की अहमियत का एहसास नहीं था.  मगर बाद में जब स्कूल टीचर ने उन्हें इसके बारे में उसे बताया तो उसे मां (रवीना) बड़ा गर्व महसूस हुआ. बता दें कि रवीना टंडन ने 20 साल पहले अपनी फ़िल्म ‘दमन’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस के तौर पर पुरस्कार दिये जाने के दिनों को भी याद किया. रवीना ने कहा कि उस वक्त घरेलू हिंसा और मैरिटल रेप जैसे विषयों पर फ़िल्में नहीं बना करती थीं मगर ‘दमन’ में एक ऐसे मुद्दे को उठाया गया था तो आज भी प्रासंगिक है.


रवीना टंडन से जब राजनीति में कदम रखने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कई पार्टियों का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें तमाम पार्टियों से चुनाव लड़ने के ऑफर आ चुके हैं मगर उन्हें राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है और वे किसी पार्टी से ना जुड़कर एक स्वतंत्र आवाज़ बनीं रहना चाहती हैं.  इस दौरान एक्ट्रेस से ये भी पूछा गया कि क्या राजनीति के बग़ैर भी संसद पहुंचने के ज़रिए यानी राज्यसभा में नामांकित होना चाहेंगी? इस सवाल के जवाह में रवीना ने कहा कहा कि जब इस तरह का कोई ऑफर ‌उनके पास आएगा तो वे इस बारे में विचार करेंगी. रवीना ने कहा कि अगर पद्मश्री लेते या मिलते वक्त उनके निर्देशक पिता रवि टंडन जिंदा होते तो उन्हें यह पुरस्कार लेते हुए और भी खुशी होती. मगर उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने अपने‌ पिता का नाम रौशन किया.रवीना टंडन ने अपने आनेवाले प्रोजेक्ट्स पर भी बात की.

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