देहरादून। चार धाम यात्रा के शुरू होने में अब लगभग एक महीने का समय रह गया है। आगामी 23 अप्रैल से चार धाम यात्रा शुरू होनी है। वही राज्य सरकार की ओर से यात्रा में पंजीकरण की अनिवार्यता और सीमित संख्या के विरोध में अब उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने धामों में यात्रियों की सीमित संख्या किये जाने के साथ ही पंजीकरण की अनिवार्यता का विरोध तेज कर दिया है।
वही महापंचायत की बैठक में निर्णय लिया गया है कि अब इसके विरोध में आंदोलन भी किया जाएगा। महापंचायत कि देहरादून के राजपुर कुठाल गेट पर हुई बैठक में पंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल की अध्यक्षता में सरकार के इस फैसले का विरोध किया गया।
बैठक में यात्रियों के साथ ही स्थानीय निवासियों के लिए पंजीकरण व्यवस्था को समाप्त करने की मांग उठाई गई। वही इसके खिलाफ महापंचायत और तीर्थाटन पर्यटन गतिविधियों से जुड़ी हुई संस्था के संयुक्त तत्वाधान में 21 मार्च केा चार धाम यात्रा से जुड़े सभी जिला मुख्यालयों और यात्रा के पड़ाव में विरोध दर्ज कराया जाएगा।
इसके साथ ही साथ चारो धामो में शुरू टोकन व्यवस्था का विरेाध किया जाएगा। वही महांचायत के महासचिव बृजेष सती ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार का काम चार धाम यात्रा में व्यवस्थाओं केा बनाना है और राज्य सरकार इसके विपरीत इन धामो केा बांध रही है।
बैठक में महापंचायत की समन्वय समिति का गठन भी किया गया।