देहरादून: अक्सर देखने, सुनने में आता है कि किसी भी पद को पाने के लिए लोग नकली दस्तावेज का सहारा लेकर नियुक्ति पा लेते हैं। लेकिन बात अगर किसी ऐसे पद की हो जिससे समाज में आने वाली पीढ़ियों पर असर पड़ सकता है तब ऐसे में मामला और ज्यादा गंभीर हो जाता है। जी, हां राजधानी देहरादून में ऐसी एक घटना सामने आयी है जिसमें जाली दस्तावेजों के आधार पर विद्यालय में शिक्षिका को तैनात कर लिया गया। हैरानी की बात तो यह है कि इसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य के भी शामिल होने की बात सामने आयी है।
दस्तावेजों पर पिता का नाम अलग-अलग
शिक्षिका के पद पर अवैध दस्तावेजों का सहारा लेकर नियुक्ति का यह मामला देहरादून के महावीर जैन कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज का है। जब अवैध नियुक्ति का मामला गर्माया तो पता चला कि शिक्षिका के पद पर तैनात महिला के अलग-अलग दस्तावेजों पर पिता का नाम अलग-अलग पाया गया। इस अवैध दस्तावेजों का मामला जब पुलिस को मिला तब पुलिस ने कॉलेज के प्रबंधक, प्रबंधक समिति के अध्यक्ष और प्रधानाचार्य समेत कुल सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।
शिक्षिका के पद पर अवैध दस्तावेजों का सहारा लेकर नियुक्ति का यह मामला देहरादून के महावीर जैन कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज का है। जब अवैध नियुक्ति का मामला गर्माया तो पता चला कि शिक्षिका के पद पर तैनात महिला के अलग-अलग दस्तावेजों पर पिता का नाम अलग-अलग पाया गया। इस अवैध दस्तावेजों का मामला जब पुलिस को मिला तब पुलिस ने कॉलेज के प्रबंधक, प्रबंधक समिति के अध्यक्ष और प्रधानाचार्य समेत कुल सात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।
आरटीआई में हुआ खुलासा
शिक्षिका के अवैध नियुक्ति का मामला तब सामने आया जब भंडारी बाग निवासी मयूर गुप्ता ने आरटीआई के माध्यम से जानकारी मंगवायी। जिसमें अध्यापिका के पद पर तैनात बीना देवी के बीएड के दस्तावेज पर पिता का नाम रामगोपाल और अन्य शैक्षिक दस्तावेज पर नाम ईश्वर दयाल गुप्ता था। जिसके बाद मयूर गुप्ता ने पुलिस से इसकी शिकायत करी। शहर कोतवाल विद्याभूषण नेगी ने बताया कि जांच के आधार पर विद्यालय के प्रबंधक ममलेश जैन, प्रबंधक समिति के अध्यक्ष संजय जैन, प्रधानाचार्य रेणु जैन, कोषाध्यक्ष रजनी जैन, और सदस्य ममता जैन दिनेश जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।