रिर्पोट : शैलेन्द्र कुमार
बस्ती : देश में जालसाजों की कमी नहीं है,सोशल मीडिया का दायरा जिस तरह से बढ़ता जा रहा है,उसी तरह से साइबर ठगों का दयारा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है,क्योंकि इन साइबर ठगों तक पुलिस की पहुंच नहीं है इसलिए यह साइबर ठग बड़ी ही आसानी से आम आदमी को चूना लगा देते हैं, और सारा पैसा लेकर चंपत ह्यो जाते है,ऐसा ही एक मामला बस्ती जिले से सामने आया है,जहां पर साइबर ठगों ने बाबा रामदेव की जानी मानी संस्था पतंजलि योग पीठ के नाम का सहारा लेते हुए सिविल लाइंस में रहने वाले एक आम आदमी से हजारों रुपए की ठगी कर ली और जब सिविल लाइंस में रहने वाले व्यक्ति को पता चला कि बाबा रामदेव का नाम भी उन ठगों ने मुझसे भुना लिया है तो वह दंग रह गया। अपने साथ हुई ठगी को लेकर वह कोतवाली पहुंचा और पुलिस के सामने अपनी आपबीती सुनाई।जिसके बाद बस्ती की कोतवाली पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए FIR दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पत्नी का कराना चाहते थे इलाज
बस्ती जिले में कोतवाली थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस मोहल्ले में रहने वाले ओंकार नाथ पांडे की पत्नी काफी दिनों से बीमार चल रही थी,काफी इलाज कराने पर भी बीमारी ठीक ना होता देख, उन्होंने बाबा रामदेव के अस्पताल पतंजलि योगपीठ में अपने पत्नी का इलाज कराना चाहा, जिसके बाद उन्होंने पतंजलि योगपीठ में उपचार कराने के लिए इंटरनेट पर सर्च किया तो एक फर्जी वेबसाइट पर जोकि पतंजलि योगपीठ के नाम से दिख रहा था,उस पर उन्होंने संपर्क किया तो एक नंबर उन्हें मिला जिस पर उन्होंने फोन करके संपर्क साधा,फिर क्या था यही से उनके साथ साइबर ठगी का खेल शुरू हो गया, ठग ने अपनी बातों से उन्हें उलझा लिया और उनसे कहा कि अपनी पत्नी का पूर्व में जहां भी इलाज चल रहा था उसका जांच रिपोर्ट मुझे व्हाट्सएप करिए हम अपने संस्थान के डॉक्टरों से परामर्श लेकर आपको बताएंगे,जिस पर ओमकार पांडे ने अपनी पत्नी की सारी जांच रिपोर्ट और दवा की रिपोर्ट उसे भेज दी,
‘हमारी बात संस्थान के डॉक्टरों से हो गई है’
अगले दिन उसी साइबर ठग का फोन आता है और उनसे कहता है कि हमारी बात संस्थान के डॉक्टरों से हो गई है, आपकी पत्नी का इलाज हो जाएगा और आपकी पत्नी बिल्कुल ठीक हो जाएंगी, लेकिन उसके लिए आपको खर्चा वहन करना पड़ेगा और यहां पतंजलि योगपीठ में आकर 10 दिन रहना पड़ेगा,
फोन किया तो नम्बर नहीं लगा
आशा की किरण दिखते ही ओमकार पांडे ने साइबर ठग की बात मान ली और उन्हें 28000 रुपये दे डाले, जिसके बाद ठग ने फिर उन्हें फोन किया और कहा कि पतंजलि योगपीठ में आपकी बुकिंग हो गई है और आप अब अपनी पत्नी को लेकर इलाज कराने के लिए यहां आ सकते हैं, लेकिन जब तारीख नजदीक आई तो उन्होंने ठगों के नम्बर पर फोन किया तो नम्बर लगा नहीं जिसके बाद उन्होंने पतंजलि योगपीठ के संस्था में सम्पर्क किया तो उन्हें पता चला कि असल में उनके साथ साइबर ठगों ने ठगी कर ली है क्योंकि जिस बुकिंग अमाउंट की रसीद को दिखाया तो पता चला कि इस नाम की कोई बुकिंग या पैसा इस संस्थान में आया ही नहीं है,
ठगी का शिकार होने के बाद उन्होंने बस्ती पुलिस के पास पहुंच कर अपनी आपबीती सुनाई,अब पुलिस ने ठगी करने के मुकदमे का मामला दर्ज कर लिया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.