राजस्थान विधानसभा में सरकार का बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने भारी हंगामा शुरू कर दिया था। जानकारी के मुताबिक, “मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने के दौरान विपक्ष ने भाषण शुरू होने के साथ ही हंगामा शुरू कर दिया।” साथ ही विपक्ष ने ये भी आरोप लगाया कि “सरकार ने बजट लीक किया है और मुख्यमंत्री ने बजट की पुरानी लाइनें पढ़ीं हैं।” वहीं, इधर भारी हंगामे के बाद विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए और विपक्ष के हंगामे को देखते हुए स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी है।
बताया जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा के इतिहास में पहली बार है जब मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान पहली बार सदन की कार्यवाही स्थगित की गई है। बता दें कि सीएम ने अपना बजट भाषण शुरू करते ही कहा कि “कर्म में अगर सच्चाई है तो कर्म सफल होगा, हर एक संकट का हल होगा, आज नहीं तो कल होगा। वहीं इसके बाद सीएम ने बजट घोषणाओं को पढ़ना शुरू किया।
दरअसल, राजस्थान विधानसभा सदन में सीएम अशोक गहलोत अपने बजट भाषण के दौरान अचानक अटक गए। मालूम हो कि गहलोत ने सुबह 11 बजे बजट भाषण पढ़ना शुरू किया और थोड़ी ही देर बाद वह बजट पढ़ते पढ़ते अटक गए। गहलोत ने 125 दिन शहरी रोजगार गारंटी योजना की जानकारी बजट में आते ही गलती का एहसास हुआ।
इस दौरान मंत्री महेश जोशी ने सीएम के पास जाकर यह गलती बताई और इस पर सीएम ने माफी मांगते हुए कहा कि “गलती हो जाती है।” वहीं, इधर विपक्ष ने सवाल पूछा कि बजट के पेपर में पुराने बजट के कागज कैसे आ गए। बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सीएम ने पुराना बजट भाषण पढ़ा है।