तुर्की और सीरिया की सीमावर्ती इलाके में सोमवार सुबह को एक के बाद भूकंप के कई भीषण झटके महसूस किए गये हैं, जिससे भारी तबाही फैली है. तुर्की में आए भूकंप का असर सीरिया तक पड़ा है और सीरिया के कई इलाकों में मकानों के गिरने की खबर है. वहीं, दोनों जगहों को मिलाकर अभी तक 207 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने कहा है, कि भूकंप गाजियांटेप प्रांत के नूरदगी से 23 किलोमीटर (14.2 मील) पूर्व में 24.1 किलोमीटर (14.9 मील) की गहराई में आया है. आपको बता दें, कि नूर्दगी तुर्की-सीरिया सीमा पर स्थित है और भूकंप सीरिया और लेबनान सहित पूरे क्षेत्र के कई देशों में महसूस किया गया है. भूकंप की तीव्रता 7.8 की थी, जिससे दर्जनों इमारत गिर गये हैं और सैकड़ों निवासियों को सड़कों पर देखा जा रहा है.
मदद का आश्वासन
कर्नाटक के बेंगलुरु में इंडिया एनर्जी वीक 2023 कार्यक्रम में बोलते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा है, कि “हम सभी तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप को देख रहे हैं. कई लोगों की मौत के साथ-साथ नुकसान की भी खबरें हैं। तुर्की के आसपास के देशों में भी नुकसान का संदेह है।” पीएम मोदी ने आगे कहा, कि “भारत के 140 करोड़ लोगों की सहानुभूति सभी भूकंप प्रभावित लोगों के साथ है।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत भूकंप प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।”
इजरायल
इज़राइल ने सोमवार को कहा है, कि वह तुर्की और उत्तर-पश्चिम सीरिया में 7.9 तीव्रता के एक बड़े भूकंप के बाद तुर्की की सहायता करने के लिए तैयार है. भूकंप के झटके इज़राइल और फिलिस्तीनी क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में भी महसूस किया गया था. इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि इजरायल के सुरक्षा बल आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं और विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा कि एक त्वरित सहायता कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है.
तुर्की की मदद
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने रविवार को एक बयान में कहा है, कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने यूएसएआईडी और अन्य संघीय सरकार के भागीदारों को तुर्की और सीरिया में भूकंप से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि विनाशकारी भूकंप की खबरों से अमेरिका काफी चिंतित है.
भूकंप से हो रही तुलना
तुर्की में आए इस भूकंप को देश में पिछले सौ सालों में आए सबसे भयानक भूकंपों में से एक माना जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक तुर्की में आए इस भूकंप की तीव्रता साल 1939 में पूर्वोत्तर तुर्की में आए भूकंप के बराबर थी। इस भूकंप में 30,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
भारी तबाही
सीरिया की राज्य समाचार एजेंसी (SANA) ने सोमवार को बताया कि देश के उत्तर और पश्चिम और दक्षिणी तुर्की में आए भूकंप के बाद सीरिया के अलेप्पो, हमा और लताकिया क्षेत्रों में 42 लोग मारे गए और 200 से अधिक घायल हो गए.
तुर्की में मौत
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने तुर्की की आपदा एजेंसी के हवाले से बताया है, कि तुर्की में सोमवार सुबह आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 76 लोग मारे गए और 440 घायल हो गए हैं.
सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें तुर्की के शहरों से ढह गई इमारतों के मलबे को दिखाया गया है, जहां लोग फंसे हुए लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र एक प्रमुख शहर और प्रांतीय राजधानी गजियांटेप से लगभग 33 किलोमीटर (20 मील) दूर था। यह 18 किलोमीटर (11 मील) की गहराई पर केन्द्रित था, और लगभग 10 मिनट बाद 6.7 का एक मजबूत आफ्टरशॉक आया.