दिल्ली: आज दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक हुई। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी समेत सत्तारूढ़ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। बैठक में पार्टी की आगामी रणनीति को लेकर बात हुई। वहीं पीएम मोदी ने सांसदों को ज्वार-बाजरा जैसे मोटे अनाज का खाना खाने की सलाह भी दी। उन्होंने सभी सांसदों से मोटे अनाज को बढ़ावा देने की बात करते हुए संसद में रखे गए मोटे अनाज के विशेष भोज लेने का आग्रह किया।
बता दें कि आज कृषि मंत्रालय की ओर से संसद के दोनों सदनों के सभी सांसदों के लिए दोपहर में मोटे अनाज का भोज रखा गया था। भोज में ज्वार बाजरा जैसे मोटे अनाजों से बना व्यंजन परोसा जाएगा। वहीं इस भोज में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पीएम नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के भी शामिल होने के कयास लगाए जा रहें हैं। इस बैठक में नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों से मोटे अनाज को बढ़ावा देने का आग्रह करते हुए सभी सांसदों को मोटा अनाज खाने की सलाह दी है।
इस बैठक में खास बात यह रही कि अगले साल जनवरी से संयुक्त राष्ट्र महासंघ ने अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित किया है। बता दें कि मोटे अनाज का भारत में बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है और प्रधानमंत्री के आग्रह से लग रहा है कि वे इस तरह के खाद्य को बढ़ावा देना चाहते हैं। पीएम खुद भी खिचड़ी खाते हैं।
“ये एक जन आंदोलन बनना चाहिए”
इस बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया जाएगा, ये विषय PM मोदी ने भी रखा। हम मिलेट्स से पोषण अभियान को बढ़ावा दे सकते हैं…लाखों लोग G-20 में आ रहे हैं, जहां भी संभव होगा, हम खाने में उनके लिए मिलेट्स से बना कुछ खाना भी रखेंगे। PM मोदी ने मिलेट्स की गीत स्पर्धा, मिलेट्स की निबंध स्पर्धा, मिलेट्स पर स्कूल-कॉलेजों में चर्चा का आह्वान भी किया है। ये एक जन आंदोलन बनना चाहिए।
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