यूपी सरकार का बड़ा फैसला
जेल मैनुअल 1941 की जगह नई नियमावली को मंजूरी
काला पानी और यूरोपीय बंदी जैसी व्यवस्था होगी खत्म
मंगलसूत्र पहन सकेंगी महिला कैदी,व्रत रोजा पर अलग से आहार
जेल नहीं अब सुधार गृह के रूप में होगी यूपी के जेले
जेलों की 4 श्रेणियां होंगी
मंगलवार को यूपी सरकार की कैबिनेट में यूपी जेल मैनुअल 1941 की जगह यूपी जेल मैनुअल 2022 को मंजूरी दी गई है । इसके मुताबिक अब जेलों को जिलों की बजाय कैदियों की संख्या के अनुसार चार श्रेणियों में बांटा गया है । ए श्रेणी की जेलों में 2,000 से अधिक कैदी होंगे ,बी श्रेणी में 1501 से 2000, सी कैटेगरी की जेलों में 1001से 1500 और ड़ी श्रेणी की जेलों में 1000 से कम वाली जेले होगी। लखनऊ, चित्रकूट ,नोएडा, आजमगढ़, ललितपुर, बरेली हाई सिक्योरिटी जिलों की श्रेणी में होंगी । सुरक्षाकर्मियों को 303 राइफल की जगह अब 9mm पिस्टल इंसान वह कार्रवाई जैसे आधुनिक हथियार दिए जाएंगे पाली कार्बोनेट शील्ड व लाठी टी जगन आंसू गैस वाटर कैनन शार्क बेटन पेपर बाल गन जैसे सुरक्षात्मक व दंगा विरोधी उपकरण भी दिए जाएंगे।
योगी सरकार अंग्रेजो के द्वारा बनाए गए जेल मैनुअल को खत्म करेगी जिलों को अधिक मानवीय बनाया जाएगा जिसमें वह यातना की जगह सुधार स्थल बन सके। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बीते मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यूपी जेल मैन्युअल 1941 की जगह यूपी जेल मैन्युअल 2022 को मंजूरी दी गई।
कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि काला पानी की सजा के लिए ट्रांसफर यूरोपीय बंदियों के लिए अलग जेल रजवाड़ों के बंदी के लिए रिहाई व तबादले की व्यवस्था नेपाल भूटान सिक्किम एवं कश्मीर के बंदियों की रिहाई जैसे नियम खत्म किए गए हैं ब्रिटिश कब्जा हिज मैजेस्टी ऑर्डर जैसे शब्द हटा दिए गए हैं जेल में पैदा होने वाले बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनेगा लेकिन जन्म स्थान में जेल की जगह उनका मूल पता लिखवाया जाएगा ।
अब भुगतान पर अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी नए नियमों के तहत महिला कैदी मंगलसूत्र व सलवार सूट पहन सकेंगे अभी उन्हें साड़ी के साथ चूड़ियां पायल व नाक की कील पहनने की अनुमति थी
। तीज करवा चौथ जैसे व्रत पर भी अलग से आहार मिलेगा। अभी मुस्लिम बंदी को रोजा रखने पर खजूर वह हिंदू बंदी को व्रत रखने पर गुण दिया जाता था । अब हिंदू बंधुओं को शिवरात्रि रामनवमी अनंत चतुर्दशी देवोत्थान एकादशी जन्माष्टमी नवरात्रि आज पर और मुस्लिम बंदियों को रोजा रखने पर अतिरिक्त आहार भी दिया जाएगा । बंदियों के लिए बार्बर शॉप वह लॉन्ड्री भी खुलेगा इसके लिए भुगतान करना होगा बंदी अपने खर्च पर सेविंग के लिए यूज एंड फ्लोर रेजर टूथपेस्ट आज जेल की दुकान से खरीद सकेंगे बंदियों को सुबह-शाम चाय मिलेगी जेल में बेकरी भी खोली जाएगी।
पति-पत्नी सगे रिश्तेदार मिल सकेंगे जेल में बंद सगे रिश्तेदारों या पति पत्नी को सप्ताह में एक बार मिलने की अनुमति दी जाएगी अगर किसी बंदी का सगा रिश्तेदार या पति पत्नी दूसरे जेल में है तो फोन से बात की अनुमति दी जाएगी इसकी लिखित प्रक्रिया जेल के अधिकारी तय करेंगे मुलाकात ही के लिए फोटोयुक्त पहचान पत्र का भी प्रावधान किया जाएगा सजायाफ्ता बंदियों को भी पहन ने के लिए चप्पल मिलेगी बंधुओं से जुड़ी सभी सूचनाओं का अनिवार्य तौर पर कंप्यूटरीकरण किया जाएगा बंदी सुधार कार्यक्रम के तहत एनजीओ व कौशल विकास संस्थाओं को जेल में आयोजनों की अनुमति दी जाएगी हर जेल में बंदी पंचायत होगी यह बंदियों के लिए मनोरंजन व सुधारात्मक कार्यक्रमों की योजना बनाएगी ।