खुदरा ऑनलाइन लेनदेन मंच यूपीआई का देश में डिजिटल भुगतान में दबदबा कायम रहने की संभावना है। पीडब्ल्यूसी इंडिया ने अपनी एक अध्ययन रिपोर्ट में कहा है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई), ‘बाय नाउ पे लैटर (बीएनपीएल), सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) और ऑफलाइन भुगतान अगले पांच वर्षों में भारत में डिजिटल भुगतान की वृद्धि को गति देते रहेंगे।
क्यों भा रहा बीएनपीएल
फिलहाल बीएनपीएल के जरिये 36,300 करोड़ रुपये मूल्य के करीब 363 अरब लेनदेन हुए हैं जिसके अगले पांच साल में 3,19,100 करोड़ रुपये मूल्य के 3,191 अरब लेनदेन हो जाने की उम्मीद है। ई-कॉमर्स ने बीएनपीएल का विकल्प शुरू किया जिसे अब ऐप से भुगतान का विकल्प देने वाले अन्य मंच भी अपनाने लगे हैं।
इसमें खरीदारी पर भुगतान करने की बजाय एक तय समय दिया जाता है। भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को कुछ समय मिल जाता है और उन्हें अपनी पसंद की खरीदारी करने में भी परेशानी नहीं होती है।
आने वाले वर्षों में जबर्दस्त वृद्धि की संभावना
पीडब्ल्यूसी इंडिया के भागीदार एवं भुगतान बदलाव प्रमुख मिहिर गांधी कहते हैं कि नियामकों, बैंकों, भुगतान एवं वित्त-प्रौद्योगिकी कंपनियों के अलावा कार्ड नेटवर्क एवं सेवाप्रदाताओं के मिले-जुले प्रयासों से डिजिटल भुगतान उद्योग में आने वाले वर्षों में जबर्दस्त वृद्धि की संभावना नजर आ रही है।-