शिव शंकर सविता- साल 2025 भारत के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक रहा, लेकिन उपलब्धियों के बीच यह वर्ष दर्द, भय और मातम की लंबी छाया भी छोड़ गया। राजधानी दिल्ली से लेकर कश्मीर, प्रयागराज, बेंगलुरु और अहमदाबाद तक एक के बाद एक ऐसी त्रासदियां हुईं, जिन्होंने देश को झकझोर कर रख दिया। इन घटनाओं ने न सिर्फ सैकड़ों जिंदगियां छीन लीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण, आतंकवाद और आपदा प्रबंधन पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए। साल की सबसे पहली बड़ी त्रासदी प्रयागराज के महाकुंभ मेले में देखने को मिली। 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। अचानक बैरिकेडिंग टूटने और भीड़ के बेकाबू होने से भगदड़ मच गई। इस हादसे में 30 से 37 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हुए। मृतकों में बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चों की थी। आस्था के इस महासंगम में चीख-पुकार और बिखरे सामान ने पूरे देश को झकझोर दिया।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में मची थी भगदड़
इसी साल 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों के इंतजार में खड़ी भीड़ अचानक बेकाबू हो गई, जिससे 18 लोगों की मौत हो गई और 15 से अधिक घायल हो गए। इस घटना ने रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन की कमजोरियों को उजागर कर दिया।

पहलगाम हमला
आतंकवाद ने भी 2025 में देश को गहरा जख्म दिया। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन वैली में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। धर्म पूछकर किए गए इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन टीआरएफ ने ली। हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया और भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।

बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़
खुशी का जश्न भी इस साल मातम में बदलता नजर आया। 4 जून को बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई। लाखों फैंस की भीड़ अचानक बेकाबू हो गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई। यह घटना बताती है कि जश्न के आयोजनों में भी सुरक्षा कितनी जरूरी है।

अहमदाबाद विमान हादसा
12 जून को अहमदाबाद में हुआ एयर इंडिया विमान हादसा साल की सबसे भयावह त्रासदी बनकर सामने आया। लंदन जा रही फ्लाइट AI171 टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद क्रैश हो गई। विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जबकि जमीन पर मौजूद लोगों को मिलाकर मृतकों की संख्या 270 से अधिक पहुंच गई। यह हादसा देश के विमानन इतिहास का सबसे बड़ा हादसा माना गया।

दिल्ली में आतंकवादी कार ब्लास्ट
साल के अंत में 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास कार में हुए धमाके ने राजधानी को दहला दिया। इस विस्फोट में 15 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हुए। जांच में एक संगठित नेटवर्क के सामने आने से लोगों में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया।

बाढ़ का कहर
इन घटनाओं के अलावा प्राकृतिक आपदाओं ने भी देश को बेहाल किया। जून महीने में पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ से आठ लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए। असम और सिक्किम में हालात सबसे ज्यादा खराब रहे। फसलें बर्बाद हुईं, घर उजड़ गए और हजारों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हुए। साल 2025 की ये घटनाएं देश के लिए चेतावनी बनकर आईं, जिनकी यादें लंबे समय तक लोगों के दिलों में डर और दर्द बनकर रहेंगी।
