SHIV SHANKAR SAVITA- पहलगाम हमले बाद भारत पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रूख अपनाते हुए कड़े फैसले ले रहा है। भारत के द्वारा लिये जाने वाले फैसलों से पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। पहले जहां भारत ने सिंधु जल समझौता तोड़ने का कड़ा फैसला लिया, वहीं भारत ने इंडियन आर्मी को खुली छूट दे दी है। शनिवार को भारत ने फिर से पाकिस्तान पर करारी चोट करते हुए पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। भारत के इस फैसले के बाद एक ओर जहां पाकिस्तान में महंगाई आसमान छुएगी तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में भूखमरी की समस्या पैदा हो जाएगी।
भारत से ये वस्तु होती हैं निर्यातित
भारत मुख्य रूप से कपास, केमिकल, फूड प्रोडक्ट्स, दवाइयां और मसाले निर्यात करता था। इसके अलावा, चाय, कॉफी, रंग, प्याज, टमाटर, लोहा, इस्पात, चीनी, नमक और ऑटो पार्ट्स जैसी चीजें भी तीसरे देशों के माध्यम से भेजता था।
पाकिस्तान ये वस्तुएं भेजता था भारत
पहले सीमेंट, जिप्सम, फल, तांबा, और नमक जैसे उत्पाद आयात होते थे, लेकिन 2019 के बाद आयात लगभग शून्य हो गया। 2024 में पाकिस्तान से भारत का आयात मात्र 48 लाख डॉलर रहा। यह सिर्फ जरूरी चीजें जैसे सेंधा नमक और मुल्तानी मिट्टी ही मंगाता था. अब यह भी पूरी तरह से बंद हो जाएगा।
पुलवामा हमले के बाद से लगातार घट रहा है व्यापार
2019 के पुलवामा हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ भारत का व्यापार घट रहा है। वित्त वर्ष 24-25 (अप्रैल-जनवरी) में भारत ने पाकिस्तान को 447.65 मिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया, जबकि आयात केवल 0.42 मिलियन डॉलर रहा। 2023-24 में निर्यात 1.18 बिलियन डॉलर और आयात 2.88 मिलियन डॉलर रहा – जो भारत के कुल वैश्विक व्यापार का बमुश्किल 0.1 फीसदी है।

वाणिज्य मंत्रालय ने जारी किया आदेश
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि आयात- निर्यात प्रतिबंध पूरी तरह से बैन लगा दिया है। पहले डायरेक्ट ट्रेड बंद किया और अब इनडायरेक्ट ट्रेड भी बंद करके बड़ा झटका दिया है। पाकिस्तान पर गहरा चोट होने के कारण उसकी हालात खराब हो सकती है। वाणिज्य मंत्रालय उन उत्पादों की सूची तैयार कर रहा है, जिन्हें आयात-निर्यात नहीं किया जाएगा।