अपर मुख्य अधिकारी से वित्त मंत्रालय के अधिकारी के नाम से ठगी का प्रयास, पुलिस जांच में जुटी

KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से ठगी का एक बड़ा मामला सामने आ रहा है। जिसमें जिले के अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत से वित्त मंत्रालय के अनुभाग अधिकारी बन ठगी का प्रयास किया गया। अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत अरविंद कुमार आनंद ने बताया कि जिलाधिकारी आवास पर वित्त मंत्रालय अनुभाग में कार्यरत बता ठग अंकित निषाद ने उनका नंबर माँगा, जिसपर जिलाधिकारी आवास से उनका नंबर उपलब्ध करवा दिया गया। ठग ने फोन उनके पास किया और कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत आई है कि जिला पंचायत अभियंता, जिला पंचायत अध्यक्ष ने बजट में हेरफेर कर सरकारी धन का दुरूपयोग किया है। यदि शिकायत पर कार्यवाही हुई तो शिकायत में शामिल समस्त व्यक्तियों को बड़ी दिक्कत हो जाएगी। यदि कार्यवाही से बचना चाहते हो तो इसके लिए वह अपने अधिकारी के रसोइयें का खाता नंबर दे रहा है, उसमें धनराशि भेज दे। मामला संदिग्ध लगने पर जिला मुख्य अधिकारी ने रूपये न भेज पुलिस को सूचित कर दिया।

कार्यवाही से बचने के एवज में माँगे रूपये

ठग अंकित निषाद ने रौब झाड़ते हुए पूछा कि कितने दिनों से वह तैनात है। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि 14 महीने से इस पद पर तैनात हूँ। ठग अंकित निषाद ने कहा कि सुरेन्द्र राय नाम के व्यक्ति ने प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत की है कि जिला पंचायत अभियंता, जिला पंचायत अध्यक्ष आदि लोगों ने मिलकर सरकारी धन का बंदरबाट कर सरकारी धन का दुरूपयोग किया है। उसने आगे कहा कि वह उन लोगों की मदद करना चाहता है और कार्यवाही नहीं करना चाहता है। अगर कार्यवाही से बचना है तो साहब के रसोइये के खाता नंबर पर धनराशि भेज दे, जिससे वह अपने अधिकारियों को मैनेज कर कार्वाही होने से बचा लेगा।

पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी

अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत अरविंद कुमार आनंद ने बताया कि उसके बात करने के तरीके से संदेह हुआ, जिस पर उन्होंने धनराशि न भेज पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धारा 319(2) और 318 (4) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।  कोतवाली इंसपेक्टर दीनदयाल पांडे ने बताया कि अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत की तरफ से एक तहरीर मिली थी, जिसमें एक व्यक्ति ने फोन कर ठगी का प्रयास किया। इस संबंध में कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।