Mahakumbh 2025: महिला श्रद्धालु ने बजाया शंख, विदेशी भक्तों ने पढ़ी ‘हनुमान चालीसा’

KNEWS DESK-  वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर संगम नगरी प्रयागराज में भक्तों और संतों का अद्भुत समागम देखने को मिला। त्रिवेणी संगम पर अमृत स्नान के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ में आस्था और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला। इस अवसर पर एक महिला श्रद्धालु द्वारा शंख बजाने की गूंज पूरे घाट पर सुनाई दी, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया।

विदेशी भक्तों ने गाई ‘हनुमान चालीसा’

इस धार्मिक आयोजन में न केवल देशभर से बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचे। विशेष रूप से विदेशी भक्तों का जोश देखने लायक था। वे संगम की ओर जाते समय ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ कर रहे थे, जिससे यह प्रमाणित होता है कि सनातन संस्कृति का प्रभाव वैश्विक स्तर पर बढ़ रहा है। श्रद्धालुओं ने इस दौरान मां गंगा का आशीर्वाद लिया और पवित्र डुबकी लगाई।

अखाड़ों के संतों और नागा बाबाओं ने वसंत पंचमी के अवसर पर शाही स्नान किया। स्वामी कैलाशानंद गिरि ने इस पावन अवसर पर कहा, “सभी 13 अखाड़ों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया और गंगा मां तथा भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। यह हमारा तीसरा अमृत स्नान था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देता हूँ, जिन्होंने 13 अखाड़ों के लिए उत्तम व्यवस्था की।”

उन्होंने आगे कहा, “जो लोग सनातन धर्म का पालन नहीं करते हैं, उन्हें इस शाही स्नान से सीख लेनी चाहिए और देखना चाहिए कि आज भी सनातन साधु सनातन धर्म के साथ मजबूती से खड़े हैं।”

संगम में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

वसंत पंचमी पर संगम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। लाखों भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाई और देवी सरस्वती की आराधना की। घाटों पर भजन-कीर्तन के साथ-साथ विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

इस प्रकार वसंत पंचमी के अवसर पर संगम घाट पर एक बार फिर आस्था और श्रद्धा का दिव्य नजारा देखने को मिला, जहां भक्तिभाव में लीन श्रद्धालुओं ने धर्म और संस्कृति की अद्भुत मिसाल पेश की।

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