कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के विधानसभा घेराव के ऐलान के बाद, यूपी पुलिस ने पार्टी के प्रमुख नेताओं को नोटिस जारी किए हैं। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर किसी भी तरह का सार्वजनिक उत्पात हुआ या कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस के नेताओं से प्रदर्शन के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि इस प्रदर्शन का उद्देश्य राज्य सरकार की नीतियों और राज्य में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं, और अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरना है। उन्होंने आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ सरकार जनता के मुद्दों से पूरी तरह अनजान हो चुकी है, और कांग्रेस पार्टी इन मुद्दों को उठाकर सरकार से जवाब मांगने के लिए विधानसभा का घेराव करेगी।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से, लखनऊ में विधानसभा भवन के आसपास सुरक्षा बैरिकेड्स लगाए गए हैं, और सभी प्रमुख मार्गों पर पुलिस तैनात है। इसके अलावा, ड्रोन कैमरों के माध्यम से निगरानी की जा रही है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को पहले से रोका जा सके। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शनों में भाग लेंगे, और इसके लिए पार्टी ने तैयारियां भी पूरी कर ली हैं।
लखनऊ प्रशासन ने पहले ही दावा किया है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। पुलिस ने यह भी कहा है कि किसी भी प्रकार के हिंसक घटनाक्रम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और कानून का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस घेराव के दौरान सरकार के खिलाफ अपने विरोध को दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। हालांकि, सुरक्षा उपायों के कारण आज लखनऊ में यातायात प्रभावित हो सकता है, और लोगों को निर्धारित समय से पहले अपनी यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी जा रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह प्रदर्शन यूपी कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी अपनी राजनीतिक शक्ति को प्रदर्शित करने की कोशिश कर रही है।