KNEWS DESK- प्रियंका गांधी वायनाड उपचुनाव में शानदार जीत के बाद 28 नवंबर, गुरुवार को सांसद पद की शपथ लेंगी। यह उपचुनाव राहुल गांधी द्वारा वायनाड सीट से इस्तीफा देने के बाद हुआ था, और कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर प्रियंका गांधी को उम्मीदवार के रूप में चुना था। बुधवार को, केरल कांग्रेस नेताओं ने प्रियंका को चुनावी जीत का सर्टिफिकेट सौंपा। प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर 6,22,338 वोट हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी सीपीआई के उम्मीदवार सत्यम मोकेरी को 2,11,407 वोट मिले। बीजेपी के उम्मीदवार नव्या हरिदास 1,99,939 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
प्रियंका गांधी के इस ऐतिहासिक जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “वायनाड के बहनों और भाइयों, आपने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उसके लिए मैं आभारी हूं। मैं संसद में आपकी आवाज बनूंगी और यह सुनिश्चित करूंगी कि आप महसूस करें कि यह जीत आपकी जीत है।” प्रियंका गांधी ने कहा कि वे अपनी जीत को वायनाड के लोगों की उम्मीदों और सपनों को पूरा करने में उपयोग करेंगी।
प्रियंका गांधी के वायनाड दौरे की योजना भी बनाई गई है। शपथ ग्रहण समारोह के बाद, प्रियंका गांधी 30 नवंबर और 1 दिसंबर को वायनाड का दौरा करेंगी, जहां वे सात रोड शो करेंगी। इस दौरान उनके साथ राहुल गांधी भी मौजूद रह सकते हैं। प्रियंका गांधी इन रोड शो के माध्यम से वायनाड की सभी विधानसभा सीटों का दौरा करेंगी।
कांग्रेस के लिए वायनाड बनता गया गढ़
वायनाड सीट पर कांग्रेस का कब्जा लगातार मजबूत हो रहा है, और यह सीट अब कांग्रेस पार्टी के लिए एक गढ़ बनता जा रहा है। राहुल गांधी ने 2019 और 2024 के लोकसभा चुनावों में वायनाड सीट से शानदार जीत हासिल की थी। 2019 में राहुल गांधी ने 7,06,367 वोटों के साथ जीत दर्ज की थी, जबकि 2024 के चुनावों में उन्होंने 6,47,445 वोट प्राप्त किए थे। इन दोनों चुनावों में उनकी जीत ने वायनाड सीट को कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण बना दिया है।
प्रियंका गांधी की उपचुनाव में जीत ने कांग्रेस के इस गढ़ को और भी मजबूत किया है, और पार्टी नेताओं ने इस जीत को अपने संगठनात्मक प्रयासों और प्रियंका की कड़ी मेहनत का परिणाम माना है। वायनाड में प्रियंका गांधी की जीत कांग्रेस की आगामी रणनीतियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और पार्टी इस जीत का फायदा आगामी चुनावों में उठाने की योजना बना रही है।
राहुल गांधी का योगदान
राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी के लिए इस चुनाव में पूरी ताकत झोंकी थी। उन्होंने वायनाड में प्रचार अभियान चलाया और कांग्रेस के पक्ष में वोट अपील की। राहुल गांधी की उपस्थिति और उनकी मेहनत ने प्रियंका गांधी को इस चुनाव में विजयी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रियंका गांधी की इस जीत के साथ ही वायनाड का नाम एक और बार कांग्रेस के चुनावी इतिहास में जुड़ गया है, और इस सीट पर बीजेपी और अन्य दलों के लिए कांग्रेस को चुनौती देना अब और भी कठिन हो गया है। प्रियंका गांधी की संसद में आने के बाद वायनाड के लोगों को उनकी उम्मीदों और समस्याओं के समाधान की उम्मीद है।
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