महंगाई का खेल, हिम्मत हुई फेल !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में आगामी उपचुनाव और निकाय चुनाव से पहले राज्य में महंगाई के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है। दअरसल मॉनसून की बारिश के बीच प्रदेशभर में सब्जियों के दामों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। आलम ये है कि एक ओर जहां टमाटर 80 रुपए किलो के पार चला गया है तो वहीं दूसरी ओर अन्य सब्जियां भी 70 से 100 रुपए किलो तक बिक रही है। बढ़ती हुई महंगाई ने आम आदमी की थाली का स्वाद बिगाड़ दिया है। इस बीच ऊर्जा प्रदेश में लगातार बिजली के दामों में बढ़ोतरी हो रही है। ऊर्जा निगम की ओर से लगातार बिजली बढ़ोतरी के प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग को भेजे जा रहे हैं। जिसके विरोध में विपक्ष प्रदर्शन कर रहा है। विपक्ष का ये भी आरोप है कि मोदी सरकार जब पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाती है तो अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में बढ़ोतरी का हवाला देती है लेकिन मौजूदा समय में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घटे है तो फिर जनता को राहत क्यों नहीं दी जा रही है। वही महंगाई पर मचे सियासी घमासान के बीच सीएम धामी ने निगम कर्मचारियों को   राहत दी है। दअरसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निगम कर्मचारियों का डीए बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। सीएम के इस फैसले के बाद 40 हजार से ज्यादा कर्मियों को इसका लाभ मिलेगा। आदेश जारी होते ही निगम कर्मचारियों के वेतन में आठ सौ रुपये प्रतिमाह से लेकर छह हजार रुपये प्रतिमाह तक की बढ़ोतरी हो जाएगी। हांलाकि विपक्ष का कहना है कि महंगाई के सापेक्ष ये बढ़ोतरी काफी कम है लेकिन सवाल ये है कि कर्मचारियों को तो राहत मिल गई है। लेकिन आम जनता को इस महंगाई से कब राहत मिलेगी

 

देवभूमि उत्तराखंड में महंगाई के मुद्दे पर एक बार फिर सियासी घमासान छिड़ गया है। दअरसल रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल के बीच खाद्य पदार्थों की मंहगाई लगातार आसमान छू रही है। इस बीच प्रदेशभर में सब्जियों के दामों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। उत्तराखंड में सब्जियों के दामों की बात करें तो सभी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। आलू, प्याज, टमाटर और अन्य सब्जियां 80 रुपए से 100 रुपए किलो तक बिक रही है। इस बीच ऊर्जा प्रदेश में लगातार बिजली के दामों में बढ़ोतरी की जा रही है। ऊर्जा निगम की ओर से विद्युत नियामक आयोग को बिजली बढ़ोतरी के प्रस्ताव लगातार भेजे जा रहे हैं जिससे नाराज होकर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है..वहीं आम जनता सरकार से राहत की उम्मीद लगा रही है

 

वहीं बढ़ती महंगाई के बीच सीएम धामी ने राज्य के निगम कर्मचारियों को राहत देते हुए कर्मचारियों का डीए बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। सीएम के इस फैसले के बाद 40 हजार से ज्यादा कर्मियों को इसका लाभ मिलेगा। आदेश जारी होते ही निगम कर्मचारियों के वेतन में आठ सौ रुपये प्रतिमाह से लेकर छह हजार रुपये प्रतिमाह तक की बढ़ोतरी हो जाएगी। इस बीच आम जनता को थोड़ी राहत देने की धामी सरकार की कोशिशों को अधिकारी ही पलीता लगा रहे हैं, ये बात खाद्य विभाग की बैठक में सामने आई. जिसपर खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने गहरी नाराजगी भी जताई है। दअरसल धामी सरकार ने विधानसभा चुनाव में अंत्योदय परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर देने की घोषणा की थी। लेकिन अधिकारियों ने इस योजना का बजट ही जारी नहीं किया. सरकार की इस योजना से प्रदेश के अंत्योदय 1.84 लाख परिवार को साल में तीन-तीन गैस सिलेंडर मुफ्त दिए जाते हैं। वहीं विपक्ष का कहना है कि सरकार सिर्फ चुनावी घोषणाएं करती है…

 

कुल मिलाकर राज्य में होने वाले निकाय और केदारनाथ उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री धामी ने निगम कर्मचारियों के डीए में बढ़ोतरी कर कर्मचारियों को तो बड़ी राहत दी है। लेकिन आम जनता को सरकार इस महंगाई से कब राहत देगी इसका जवाब सरकार के पास नही है। सवाल ये है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने के बावजूद आखिर क्यों सरकार तेल के दाम नहीं घटा रही. आखिर क्यों ऊर्जा प्रदेश में ऊर्जा निगम बार बार बिजली के दामों में बढ़ोतरी कर रहा है

 

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