उत्तराखंड: सत्ताधारियों में खोट, EVM में हमारे वोट !  

उत्तराखंड- लोकसभा चुनाव के बीच उत्तराखंड में कांग्रेस ने ईवीएम सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दअरसल पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आशंकायें व्यक्त करते हुए कई सवाल खड़े किये है। उन्होने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए बताया है कि देहरादून रायपुर स्थित एक ईवीएम स्ट्रांग रूम में जाते हुए दो लोग दिख रहे हैं । वहीं उन्होंने सीसीटीवी फुटेज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि जहां परिंदे को भी पर नहीं मारना चाहिए, वहां ईवीएम स्ट्रांग रूम और उसके आस-पास! रायपुर स्टेडियम में मजदूर के वेश में कुछ लोग स्ट्रांग रूम के आस-पास आराम से टहलते, आते-जाते दिखाई दे रहे हैं! उन्होने कहा कि सवाल सत्ता की नियत का है। सत्ता की नियत में यदि खोट हो तो फिर उस पर विश्वास करना कठिन ही नहीं बल्कि घातक हो जाता है। इतना ही नहीं हरीश रावत ने अपनी एक अन्य पोस्ट में मतदान के नए आकड़े जारी होने पर भी सवाल उठाएं हैं उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल को उत्तराखंड में मतदान हुआ, लेकिन चुनाव आयोग को कुल मतदान का प्रतिशत देने में 11 दिन कैसे लग गये हैं। वहीं हरीश रावत की ओर से ईवीएम पर उठाए जा रहे सवालों के बाद राज्य में सियासत गरमा गई है। बीजेपी का कहना है कि देशभर में बनते माहौल को देखते हुए कांग्रेस ने अभी से हार के बहाने तलाशने शुरू कर दिये हैं। सवाल ये है कि आखिर क्यों कांग्रेस को सरकार की नियत पर शक है, आखिर कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रुम के बाहर कौन लोग घुम रहे हैं?

देवभूमि उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में 19 अप्रैल को हुए मतदान के बाद राज्य में अब ईवीएम के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है। दअरसल कांग्रेस ने ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी शेयर करते हुए बताया है कि देहरादून के रायपुर स्थित एक ईवीएम स्ट्रांग रूम में जाते हुए दो लोग दिख रहे हैं। वहीं उन्होंने सीसीटीवी फुटेज का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि जहां परिंदे को भी पर नहीं मारना चाहिए, वहां ईवीएम स्ट्रांग रूम और उसके आस-पास! रायपुर स्टेडियम में मजदूर के वेश में कुछ लोग स्ट्रांग रूम के आस-पास आराम से टहलते, आते-जाते दिखाई दे रहे हैं! उन्होने कहा कि सवाल सत्ता की नियत का है। सत्ता की नियत में यदि खोट हो तो फिर उस पर विश्वास करना कठिन ही नहीं बल्कि घातक हो जाता है।

आपको बता दें कि उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न होने के साथ ही मैदान में उतरे 55 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद है। अपनी-अपनी जीत की उम्मीद में सभी उम्मीदवार अब परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच अब ईवीएम की सुरक्षा और कुल मतदान के प्रतिशत का आंकड़ा देरी से आने के मुद्दे पर सवाल खडे किए जा रहे हैं। हरीश रावत से पहले कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने भी ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खडे किए थे उन्होने स्ट्रांग रूम परिसर में सुरक्षा कर्मचारियों की मौजूदगी पर आपत्ति जताते हुए सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती भवन से बाहर करने की मागं उठाई है। वहीं भाजपा का आरोप है कि हार के बहाने कांग्रेसियों ने अभी से तलाशने शुरू कर दिए हैं।

कुल मिलाकर कांग्रेस की ओर से ईवीएम पर सवाल खडे करना कोई नई बात नहीं है। हांलाकि उत्तराखंड में कांग्रेस ने अभी ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था और कुल मतदान के प्रतिशत का आंकड़ा देरी से जारी करने पर सवाल उठाए हैं। साथ ही इस मामले की जांच की भी मांग की है। सवाल ये है कि आखिर क्यों कांग्रेस को सरकार की नियत पर शक है, आखिर कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रुम के बाहर कौन लोग घुम रहे हैं।

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