रिपोर्ट – शुभम कोटनाला
देहरादून – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के उन 35 गांवों, जहां मतदान का बहिष्कार हुआ है। उनकी प्रमुख सचिव आर के सुधांशु से रिपोर्ट मांगी है।
कांग्रेस ने सरकार पर खड़े किए सवाल
बता दें कि उत्तराखंड के उन 35 गांवों, जहां मतदान का बहिष्कार हुआ हैं इसी को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट का इस पर कहना है कि ‘जब चिड़िया चुग गई खेत तब पछताए होए क्या’ उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री समय रहते जाग जाते तो जिन 35 गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया है, उनकी मतदान में भागीदारी सुनिश्चित कराई जा सकती थी।
हजार लोगों की समस्याओं को ना ही सरकार ने सुना ना ही प्रशासन ने
उन्होंने कहा कि 7 साल से भाजपा की प्रचंड बहुमत की प्रदेश में सरकार है, बावजूद इसके उन 35 गांव के करीब 13 हजार लोगों की समस्याओं को ना ही सरकार ने सुना ना ही प्रशासन ने और उनकी इसी उदासीनता का कारण यह है कि वे लोग अपनी नाराजगी के चलते विकास के अभाव में लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित नहीं करवा सके।