KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में लोकसभा सीट से सांसद और भारतीय जनता पार्टी के नेता वरुण गाँधी को इस बार टिकट नहीं दिया गया, उनकी जगह इस बार लोकसभा सीट से जितिन प्रसाद को पीलीभीत का टिकट दिया गया है | जिस पर वरुण गांधी ने बुधवार को एलान करते हुए कहा कि वह पीलीभीत सीट से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
मेनका गांधी को सुल्तानपुर सीट से मैदान में उतारा
बता दें कि वरुण गाँधी ने भी नामांकन के लिए परचा ख़रीदा था लेकिन अब बताया जा रहा है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे| उनके निजी सचिव की तरफ से इस बात कि पुष्टि की गयी है| भले ही उनको पीलीभीत सीट से प्रत्याशी नहीं बनाया गया लेकिन उनकी मां मेनका गांधी को सुल्तानपुर सीट से मैदान में उतारा गया है|
कयासों पर भी आज लगा विराम
टिकट ना मिलने पर उनके अन्य पार्टी में शामिल होने के भी कयास लगाये जा रहे थे पर उनकी टीम ने बयान जारी कर कयासों पर भी आज विराम लगा दिया है | वरुण गाँधी की तरफ से साफ कर दिया गया है वो चुनाव नहीं लड़ेंगे और सुल्तानपुर में अपनी मां और बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे|
चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया गया लेकिन वरुण हमारे साथ
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने वरुण गाँधी के टिकट काटे जाने पर कहा कि पार्टी के द्वारा उन्हें चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया गया लेकिन वह हमारे साथ हैं उनके बारे में भाजपा ने कुछ अच्छा ही सोच कर ही रखा होगा |
पिछले दस सालों से कर रहें प्रतिनिधित्व
दरअसल पीलीभीत सीट गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है वरुण गांधी की माँ मेनका गांधी यहाँ से छह बार तो वहीं वरुण दो बार सांसद रह चुके हैं और पिछले दस सालों से प्रतिनिधित्व कर रहें हैं लेकिन इस बार बीजेपी ने वरुण गांधी की जगह जितिन प्रसाद को टिकट दिया है |