उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों का उम्मीदवारों पर मंथन जारी है… जीताऊ कैंडिडेट कि तलाश के लिए भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा और यूकेडी समेत तमाम दलों का मंथन चल रहा है… हालांकि भाजपा ने राज्य कि पांच लोकसभा सीटों में से तीन पर प्रत्याशियों की घोषणा कर अपने विरोधी दलों से बढ़त बना ली है…वहीं कांग्रेस, सपा, बसपा समेत तमाम राजनीतिक दल अभी पांचों लोकसभा सीटों में जिताऊ कैंडिडेट की तलाश कर रहे हैं. वही एक और जहां भाजपा पौड़ी और हरिद्वार लोकसभा सीट पर असमंजस की स्थिति में है तो कांग्रेस राज्य की पांचों लोकसभा सीटों में मंथन कर रही है बताया जा रहा है कि कांग्रेस का 15 नामों पर मंथन चल रहा है…वही कांग्रेस हाईकमान ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जता चुके कांग्रेस नेताओं को एक बार फिर से चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा हैं।
वही कांग्रेस पार्टी ने प्रत्येक सीट पर तीन- तीन दावेदारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। हालांकि अभी वरिष्ठ नेताओं की पूरी रजामंदी नहीं मिलने के कारण, पैनल को अंतिम रूप नहीं दिया गया है। जल्द ही स्क्रीनिंग कमेटी की एक और बैठक होगी, जिसमें पैनल तैयार कर केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजा जाएगा। वहीं भाजपा का कहना है कि कांग्रेस के पास उम्मीदवारों कि भारी कमी है। इसलिए अब तक कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाई है. वही भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रहे बी सी खंडूरी के पुत्र मनीष खंडूरी ने कांग्रेस से अपना इस्तीफा देकर कांग्रेस की मुश्किलें बड़ा दी है वहीं भाजपा चुनावी दंगल को जीतने के लिए मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच बूथों पर शत प्रतिशत वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके साथ ही भाजपा ने राज्य कि पांचों लोकसभा सीटों को 75 फीसदी मतों के साथ जीतने का भी लक्ष्य रखा है। इसके लिए पार्टी ने हर लोकसभा को पांच लाख के के अंतर से जीतने की कार्य योजना भी बनाई है। सवाल ये है कि एक और जहाँ भाजपा अपने लक्ष्य को हासिल करने में जुट गई है तो दूसरी ओर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल अबतक प्रत्याशियों का चयन तक नही कर पाई है ऐसे में सवाल ये है आखिर कैसे विपक्षी एकजुटता भाजपा का सामना कर पाएगी
लोकसभा चुनाव को जीतने कें लिए देश और प्रदेश में भाजपा का चुनावी अभियान जारी है. भाजपा राज्य की पांच लोकसभा सीटों में हैट्रिक के सपने को साकार करने कि तैयारियो में लगी हुई है… इसी के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में मेगा रोड शो किया. इस रोड शो में भारी भीड़ देखने को मिली..हालांकि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कें इस कार्यक्रम को फ्लॉप शो बताया. इसके साथ ही भाजपा ने चुनावी दंगल को जीतने कें लिए मत प्रतिशत बढ़ाने के लिए महत्वकांक्षी योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पांच बूथों पर शत प्रतिशत वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके साथ ही भाजपा ने राज्य कि पांचों लोकसभा सीटों को 75 फीसदी मतों के साथ जीतने का भी लक्ष्य रखा है। इसके लिए पार्टी ने हर लोकसभा को पांच लाख के के अंतर से जीतने की कार्य योजना भी बनाई है।
वही एक और जहाँ भाजपा अपने लक्ष्य को हाँसिल करने में जुट गई है तों वही दूसरी ओर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल अबतक प्रत्याशियों का चयन तक नही कर पाए है.कांग्रेस, सपा, बसपा समेत तमाम राजनीतिक दल अभी पांचो लोकसभा सीटों में जिताऊ कैंडिडेट की तलाश कर रहे हैं. हालांकि भाजपा भी पौड़ी और हरिद्वार लोकसभा सीट पर असमंजस की स्थिति में दिखाई दे रही है.वही भाजपा का तर्क है कि कांग्रेस के पास उम्मीदवारों की बेहद कमी है. चुनाव से पहले ही कांग्रेस के नेता हार स्वीकार कर चुके हैं यही वजह है कि अब तक कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर पाई है
कुल मिलाकर चुनाव के लिए समय बेहद कम है किसी भी वक्त लोकसभा चुनाव कि आचार संहिता की घोषणा हो जाएगी. लेकिन अब तक कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल अपने उम्मीदवारों कि ही तलाश में लगे हुए है ऐसे में सवाल यह है कि कब उम्मीदवारों की घोषणा होगी और कब कांग्रेस कि तैयारी शुरू होगी