Knews Desk, चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी लगातार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने बीजेपी की केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सत्ता के अहंकार में है। बीजेपी के लोग संविधान को नहीं मान रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इंडिया गठबंधन के पक्ष में फैसला सुनाते हुए आम आदमी पार्टी के मेयर उम्मीदवार कुलदीप कुमार को विजेता घोषित किया था।
इस बीच बुधवार को दिल्ली विधानसभा में भी चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चर्चा हो रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सदन में भाषण दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने भी बीजेपी पर निशाना साधा है। वहीं पश्चिम बंगाल में एक आईपीएस अधिकारी को बीजेपी नेताओं की ओर से खलिस्तानी कहने पर भी मंत्री गोपाल राय ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं ने IPS अधिकारी को खलिस्तानी कहकर अपमानित किया है। ये इस बात को दर्शाता है कि बीजेपी नेताओं में लोगों के रंग, धर्म, जाति को लेकर कितनी नफ़रत भरी पड़ी है। अगर किसी को शहीद ए आजम कहा गया है तो वो भगत सिंह हैं जो सरदार परिवार में पैदा हुए।
करतार सिंह सराभा ने भी जवानी में शहादत दी। अगर आप शहीदों की फ़ेहरिस्त निकालेंगे तो उसमें सबसे ज्यादा पंजाबी ही निकलेंगे। लेकिन, बीजेपी नेता किसी को भी धर्म-जाति के आधार पर नक्सलवादी, देशद्रोही का सर्टिफिकेट बांटने लगे हैं। गोपाल राय ने कहा कि बीजेपी नेताओं को अपने शब्दों के लिए सार्वजनिक रुप से माफी मांगनी चाहिए। पगड़ी देश की सुरक्षा की गारंटी हुआ करती थी, लेकिन बीजेपी नेता आज उसी पगड़ी को पहनने वाले को खलिस्तानी बोल रहे हैं। बीजेपी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।