KNEWS DESK- लोकसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं हैं। ऐसे में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के दिहाड़ी मजदूर बेहतर मजदूरी न मिलने की शिकायत कर रहे हैं। इतना ही नहीं उनका कहना है कि बेहतर मजदूरी और अच्छी नौकरी के लिए वे दूसरे राज्यों का रूख करने को मजबूर हैं।
खेतों में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूरों का दावा है कि राज्य में उन्हें कम मजदूरी मिलती है जबकि दूसरे राज्यों में उन्हें बेहतर मजदूरी की पेशकश की जाती है। उनके मुताबिक, मुर्शिदाबाद में जिस काम के लिए उन्हें 250 रुपये मिलते हैं, उसी काम के लिए दूसरे राज्यों में वे 500 रुपये कमा लेते हैं।
मुर्शिदाबाद के लोगों का कहना है कि राज्य में बड़ी इंडस्ट्री न होने की वजह से नौकरियां बहुत कम हैं। ऐसे में उनके पास अपने परिवार का पेट पालने के लिए दूसरे राज्यों में नौकरी करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
दिहाड़ी मजदूर ने बताया कि “हमारे गांव में काम के लिए दो सौ रुपया देता है। उधर 500, 600 करके देता है। इधर में काम करके फायदा नहीं हो रहा है। इसलिए मैं उधर जाता हूं। इधर 1000 कमाता हूं, 500 रुपया कमाता हूं। कभी 1000 रुपया होता है, कभी 500 रुपया होता है। ऐसे में हमारा काम चल जाता है।”
दिहाड़ी मजदूर अब्दुल कलाम शेख ने बताया कि “यहां पर खेत में काम करने का 250 रुपया है। दूसरा राज्य 500 रुपया देता है। वहां पर 500 रुपया देता है एक हाजिरी। दो हाजिरी पर एक हजार रुपया देता है। अभी 500 रुपया देता है। 50 रुपया बढ़ गया।”
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