रिपोर्ट – अजेन्द्र चौहान
उत्तर प्रदेश- दुनिया में भारतीय पद्धति को पहचान दिलाने वाले आगरा के प्रख्यात डॉक्टर आरएस पारीक को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा| डॉ. आरएस पारीक ने रॉयल कॉलेज ऑफ़ लंदन से होम्योपैथी में ग्रेजुएशन करने के बाद कैंसर सहित अन्य बीमारियों में होम्योपैथिक से इलाज पर शोध किया जिसके बाद भारतीय होम्योपैथिक पद्धति को देश और दुनिया में मशहूर किया, डॉक्टर आर एस पारीक को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया| सम्मान मिलने की घोषणा के बाद से परिवार में खुशी की लहर और उत्साह है, परिजन एक- दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहें हैं|
परिवार में खुशी की लहर और उत्साह
बता दें कि अपने संघर्ष से होम्योपैथिक को देश-विदेश में पहचान दिलाने वाले आगरा के प्रख्यात डॉक्टर आरएस पारीक को पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा। डॉ. आरएस पारीक को पदम श्री सम्मान मिलने की घोषणा के बाद से परिवार में खुशी की लहर और उत्साह है। परिजन एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहें हैं।
होम्योपैथिक के लिए किया संघर्ष
इस पर डॉ आरएस पारीक ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं और जब मुझसे पूछा गया कि क्या मैं पद्मश्री पुरस्कार को स्वीकार करना चाहता हूं तो मुझे बड़ी खुशी हुई मैंने कहा हां यह मेरे लिए गौरव की बात है, मैंने होम्योपैथी के लिए बड़ा संघर्ष किया है उस दौर में होम्योपैथी के लिए काम किया जब लोग होम्योपैथिक को कम योग्य मानते थे हमने लगातार होम्योपैथी की सेवा लोगों को दी है जिससे लोगों लाभ हुआ है, लोग होम्योपैथी से स्वस्थ होकर लाभ ले रहें हैं, मुझे पद्मश्री पुरस्कार सम्मान दिया गया है उसके लिए मैं सभी का धन्यवाद देता हूं , यह मेरे लिए गर्व की बात है कितने बड़े सम्मान से मुझे नमाज आ गया है।
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