डिजिटल डेस्क- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को गुजरात के भुज दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने भारत की सुरक्षा, घुसपैठ रोकथाम और चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर बड़ी बातें कही। गृहमंत्री शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि देश में घुसपैठ देश की सुरक्षा के साथ-साथ लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए भी गंभीर खतरा है और केंद्र सरकार घुसपैठियों के खिलाफ चुन-चुनकर कार्रवाई करेगी। भुज में आयोजित कार्यक्रम में अमित शाह ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल घुसपैठियों को संरक्षण देने और मतदाता सूची शुद्धिकरण प्रक्रिया का विरोध करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि एसआईआर देश को सुरक्षित, शुद्ध और लोकतांत्रिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में चुनाव आयोग का अहम कदम है। शाह ने कहा—“बिहार का जनादेश उन राजनीतिक दलों के लिए सीधा जवाब है, जो एसआईआर के विरोध में हैं।”
BSF की भूमिका पर गृहमंत्री की सराहना
अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) की भूमिका की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि BSF एकमात्र ऐसा बल है जो थल, नभ और जल तीनों सीमाओं पर देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने सीमा पर तैनात जवानों के साहस और समर्पण को राष्ट्र की सुरक्षा की रीढ़ बताया। अपने संबोधन में शाह ने कच्छ भूकंप का जिक्र करते हुए कहा कि कच्छ ने 2001 की विनाशकारी त्रासदी के बाद जिस तरह पुनर्निर्माण और विकास किया, वह पूरे देश के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि
देश में कई भूकंप आए, लेकिन दशकों बाद भी उनके अवशेष मिलते हैं। कच्छ एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जिसने न सिर्फ आपदा से उबरकर खड़ा हुआ, बल्कि उससे कई गुना बेहतर विकास कर दिखाया।
एसआईआर प्रक्रिया के समर्थन की अपील
गृहमंत्री शाह ने राष्ट्रवासियों से चुनाव आयोग की एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) प्रक्रिया का समर्थन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण लोकतंत्र को मजबूत करेगा और फर्जी वोटिंग तथा घुसपैठ के प्रभाव को खत्म करेगा। शाह ने कहा कि SIR के खिलाफ आवाज उठाने वाले दल असल में घुसपैठियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश करते हैं। अमित शाह ने जोर देकर कहा कि केंद्र सरकार घुसपैठ पर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतेगी। उन्होंने कहा कि
देश से एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा। भारत की सुरक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों से कोई समझौता नहीं होगा।