ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “बीजेपी न्याय नहीं चाहती। वे केवल बंगाल को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। आज हमने डॉक्टर को समर्पित किया है और उनकी याद में एक दिन रखा है। बीजेपी ने जानबूझकर बंद का आह्वान किया है ताकि वे शवों की राजनीति कर सकें।”
ममता ने आगे कहा कि बीजेपी ने कभी भी अन्य राज्यों में हिंसा और अपराधों के लिए मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग नहीं की। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, मणिपुर और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ कभी बंद नहीं किया। बीजेपी को पीएम मोदी के खिलाफ बंद करना चाहिए।”
नया कानून लाने की घोषणा
ममता बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि पश्चिम बंगाल विधानसभा अगले हफ्ते इस मुद्दे पर एक विशेष सत्र बुलाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार एक नया कानून पेश करेगी, जिसके तहत बलात्कार मामलों का निपटारा महज 10 दिनों में किया जाएगा। यह प्रस्ताव राज्यपाल को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, और यदि राज्यपाल इसे पारित नहीं करते, तो राजभवन के सामने धरना भी दिया जाएगा।
अभिषेक बनर्जी का बयान
वहीं, पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा, “बीजेपी को पहले उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के सीएम के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। तब जाकर हमें ममता बनर्जी के इस्तीफे की बात करनी चाहिए।”
अभिषेक ने यह भी चेतावनी दी कि अगर केंद्र सरकार अगले 3-4 महीनों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित समयबद्ध कानून पारित नहीं करती, तो तृणमूल कांग्रेस दिल्ली में बड़ा आंदोलन करेगी।
बीजेपी की भूमिका और प्रतिक्रिया
बीजेपी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था, जिसका उद्देश्य मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कार्यप्रणाली और पुलिस की बर्बरता के खिलाफ विरोध जताना था। पार्टी का कहना है कि यह बंद और प्रदर्शन न्याय की मांग के लिए है, लेकिन ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस इसे राजनीतिक नफे के लिए किया गया कदम मान रही हैं।
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