KNEWS DESK- हाल ही में, दो दिवसीय Global India Al Summit 2024 नई दिल्ली के भारत मंडपम में खत्म हुआ| इस सम्मेलन में AI एप्लिकेशन और गवर्नेस के महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहराई से चर्चा की गई| साथ ही, AI इनोवेशन्स को स्केल देने के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी बात हुई| इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के मुताबिक, शिखर सम्मेलन में 50 देशों के 12 हजार ग्लोबल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्सपर्ट, प्रैक्टिसनर्स और रेप्ररेजेंटेटिव शामिल हुए| शिखर सम्मेलन के दौरान, 16 डीप-टेक स्टार्टअप ने अपने एआई एप्लिकेशन और प्रोडक्ट्स को शोकेस किया| भारत ने एआई को सभी के लिए सुलभ बनाने पर जोर देकर ग्लोबल लेवल पर चर्चा शुरू की है|
इस शिखर सम्मेलन में साइंस, इंडस्ट्री, सिविल सोसायटी, सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और शिक्षा जगत के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय AI एक्सपर्ट्स ने इस सेक्टर से जुड़े मुद्दों और चुनौतियों पर बातचीत की और इसमें आगे की संभावनाओं पर चर्चा की| इस दौरान कुछ खास AI स्टार्टअप्स भी देखने को मिले|
naam.ai: यह भारत का पहला AI कॉलर आइडेंटिफिकेशन ऐप है| जिसमें लॉग-इन की कोई समस्या नहीं है| आप कॉन्टैक्ट्स को सिंक किए बिना ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं| यह लगभग 9 भाषाओं में उपलब्ध है और वर्तमान में सिर्फ एंड्रॉइड में उपलब्ध है|
olyRetail: यह एक सीसीटीवी AI है, जो सामान्य सीसीटीवी से अलग है| लेकिन इस एआई फीचर को पुराने सीसीटीवी कैमरों में इंटीग्रेट किया जा सकता है| यह विशेष रूप से बड़े फुटफॉल वाले क्षेत्रों के लिए अच्छा है| मॉल जैसी जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था में यह काफी उपयोगी साबित हो सकता है| यह एजाई फीचर सीसीटीवी के जरिए लोगों की उम्र, लिंग, ऊंचाई जैसी चीजों को कैप्चर कर सकता है|
Food ordering kiosk AI: इस स्टार्टअप का लक्ष्य बेहतरीन फूड ऑर्डर अनुभव प्रदान करना है| इस स्टार्टअप ने AI ईशा को बनाया है जो लोगों के फूड ऑर्डर लेने में सक्षम होगी| आप AI की मदद से बात करके अपना खाना ऑर्डर कर सकते हैं| खासतौर पर आज के समय को देखते हुए इसमें डिजिटल पेमेंट मोड है|
iOncology.ai: यह एम्स दिल्ली और सीडीएसी पुणे का सहयोग AI प्रोडक्ट है| एआई के जरिए ब्रेस्ट और ओवरी के कैंसर का शुरुआती चरण में ही पता लगाया जा सकता है और जल्द से जल्द इलाज शुरू किया जा सकता है| आईऑन्कोलॉजी में 6 मॉडल इंटीग्रेट किए गए हैं, यह छोटे से छोटे ट्यूमर का भी पता लगा सकता है|
IndiaAl Mission का फोकस-
इन्फ्रास्ट्रक्चरः पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से मिशन का फोकस 10,000 से ज्यादा GPU जैसे हाई-पावर्ड कंप्यूटिंग रिसोर्सेज के साथ एक मजबूत और स्केलेबल एआई इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना है और एक AI मार्केटप्लेस बनाना, जिससे रिसर्चर्स और डेवलपर्स के लिए जरूरी टूल तक पहुंच आसान हो जाती है|
इनोवेशनः इंडियाएआई इनोवेशन सेंटर भारत की खास जरूरतों के अनुरूप शक्तिशाली एआई मॉडल, या बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम) बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा, यह सुनिश्चित करेगा कि यह मॉडल विभिन्न उद्योगों के लिए प्रभावी हों|
डेटा एक्सेसः इंडियाएआई डेटासेट प्लेटफ़ॉर्म हाई-क्वालिटी डेटा एक्सेस करने में आने वाली परेशानियों को दूर करेगा – जो मजबूत एआई मॉडल के प्रशिक्षण और विकास के लिए जरूरी है|
रियल-वर्ल्ड एप्लिकेशनः एआई एप्लिकेशन और वास्तविक दुनिया की समस्याओं के बीच अंतर को पाटने के लिए इंडियाएआई एप्लिकेशन डेवलपमेंट पहल है| इसका उद्देश्य प्रैक्टिकल एआई सॉल्यूशन तैयार करना है जो समाज और अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाए|
शिक्षा और वर्कफॉर्सः स्किल्ड वर्कफोर्स के महत्व को पहचानने के लिए IndiaAl FutureSkills की शुरुआत की है| एआई शिक्षा का विस्तार करके और टियर 2 और 3 शहरों में डेटा और एआई लैब्स की स्थापना करके, इसका लक्ष्य भावी पीढ़ी को जरूरी एआई एक्सपर्टीज से लैस करना है|
स्टार्टअप ग्रोथ: इंडियाएआई स्टार्टअप फाइनेंसिंग एआई स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय मदद देगी| यह इकोसिस्टम में कैपिटल इंवेस्ट करता है, नवाचार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है|
साथ ही, मिशन का उद्देश्य AI डेवलपमेंट में सुरक्षित और भरोसेमंद AI को प्राथमिकता देना और एथिकल प्रैक्टिस को प्रमोट करना है|