KNEWS DESK – फेसबुक और इसके फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सेवाओं के लिए किसी भी भुगतान और ad-free मेम्बरशिप का विरोध किया है| मार्क ने हमेशा फ्री सर्विस पर भरोसा किया है लेकिन कमाने के लिए विज्ञापन ही एकमात्र तरीका है| सोशल मीडिया साइट की देखभाल करने वाली कंपनी मेटा ने एक ऑप्शन लॉन्च किया है| जो इंस्टाग्राम और फेसबुक यूजर्स को दो सर्विसेज की मेम्बरशिप देगी|
भारत में भी आ सकती है पेड मेम्बरशिप
भारत में यूजर्य को उनके इंस्टाग्राम फीड पर विज्ञापन देखना और परोसा जाना जारी रहेगा, चाहे वे चाहें या नहीं| यदि पेड सब्सक्रिप्शन प्लान्स EU में लोकप्रिय साबित होती हैं और यदि मेटा उनमें वैल्यू देखता है, तो यह हो सकता है कि इसी तरह की पेड वाली Instagram मेम्बरशिप प्लान भारत में आ सकती हैं|
मेम्बरशिप की कीमत
फिलहाल यदि आप यूरोप में हैं और ईयू के कवर किए गए क्षेत्र में हैं – तो आप इंस्टाग्राम और फेसबुक की सदस्यता ले सकेंगे और विज्ञापन-मुक्त अनुभव का आनंद ले सकेंगे| मेटा का कहना है कि वेब ब्राउजर के जरिये वेब पर मेम्बरशिप की कीमत 9.99 यूरो और आईओएस या एंड्रॉइड ऐप पर 12.99 यूरो होगी|
मेटा ने बताया
मेटा ने कहा कि डेवेलप हो रहे यूरोपीय नियमों का पालन करने के लिए, हम ईयू, ईईए और स्विट्जरलैंड में एक नया मेम्बरशिप ऑप्शन पेश कर रहे हैं| नवंबर में, हम फेसबुक या इंस्टाग्राम का यूज करने वाले और इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ये प्लान देंगे| जब लोग मेम्बरशिप लेंगे, तो उनकी जानकारी का उपयोग विज्ञापनों के लिए नहीं किया जाएगा|
कितना महंगा मेम्बरशिप
मेम्बरशिप काफी अधिक लगती है – आप भारतीय रुपये में देखें तो यह 880-1150 रुपये होगा – यह देखते हुए कि यूजर्स को ad-free स्ट्रीमिंग मिलेगी, इंस्टाग्राम और फेसबुक का ये मेम्मबरशिप प्लान आकर्षक लगता है| मेटा का वादा भी उतना ही जरूरी है कि जो लोग पेड प्लान की मेम्बरशिप लेते हैं, वे टार्गेटेड विज्ञापन के लिए यूज की गई अपनी पर्सनल जानकारी नहीं देखेंगे|
फेसबुक और मार्क जुकरबर्ग ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि वे फ्री में भरोसा रखते हैं, लेकिन यूजर्स के साथ-साथ कंपनी के लिए भी विज्ञापन ही आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका है| चार साल पहले जुकरबर्ग ने एक इंटरव्यू में कहा था कि यूजर्स मुफ्त सेवा चाहते हैं|
जुकरबर्ग ने कहा
जुकरबर्ग ने कहा कि मैं पर्सनली यह नहीं मानता कि बहुत से लोग विज्ञापन न रखने के लिए भुगतान करना चाहेंगे| आगे चलकर इसे एक ऑप्शन के रूप में पेश करना अभी भी सही बात हो सकती है, लेकिन मैंने जो भी डेटा देखा है, उससे पता चलता है कि ज्यादातर लोग मुफ्त सेवा चाहते हैं और विज्ञापन, कई स्थानों पर, लोग जो देख पा रहे हैं उसकी गुणवत्ता के मामले में वे ऑर्गेनिक कंटेंट से इतने भी अलग नहीं हैं|