KNEWS DESK, हाल ही में 10वें एशिया-प्रशांत बधिर खेलों में 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक और लंबी कूद में रजत पदक जीतने वाली 21 साल की दिव्यांग एथलीट समीहा बार्विन का कन्याकुमारी पहुंचने पर जोरदार स्वागत हुआ।
10वें एशिया-प्रशांत बधिर खेलों में 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक और लंबी कूद में रजत पदक जीतने वाली 21 साल की दिव्यांग एथलीट समीहा बार्विन को अपने घर तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचने पर खूब शाबाशी मिल रही है। कन्याकुमारी जिले के थिरपराप्पु के निकट कदयालुमुडु में रहने वाले दंपति एन. मुजीब और एन. सलामत के घर जन्मी बार्विन ने छह साल की उम्र में बोलने और सुनने की क्षमता खो दी थी। समीहा की मां बताती हैं कि काफी संघर्ष के बाद उनकी बेटी इस मुकाम तक पहुंच पाई है। उनके मुताबिक समीहा के हौसले और मुश्किलों से जूझने की ताकत ने उनके लिए लड़ने के लिए सभी को प्रेरित किया।
उन्होंने बताया कि समीहा एशिया प्रशांत बधिर खेलों में मेडल जीतकर अगले ओलंपिक में खेल सकती है। उनके मुताबिक महिलाओं के लिए वैसे भी मुश्किलें कम नहीं हैं और अधिकारी और राजनेता इसे ज्यादा मुश्किल बना रहे हैं। उन्होंने आगे बताया कि समीहा की कामयाबी पर पूरा गांव खुश है और जीत का जश्न मना रहा है। वहीं 2021 में समीहा बार्विन को कथित लैंगिक भेदभाव के मुद्दों का भी सामना करना पड़ा था। इसकी वजह से उन्हें विश्व बधिर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से तकरीबन रोक दिया गया था।