KNEWS DESK, भारत और बांग्लादेश के बीच पहले टेस्ट मैच की शुरूआत आज से हो गई है। जिसमें बांग्लादेश ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला लिया और इंडिया को बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। यह टेस्ट मैच चेन्नई में खेला जा रहा है।
चेन्नई में भारत और बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट मैच आज से शुरू हो चुका है। बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, जो कि चेन्नई में पिछले 42 वर्षों में पहली बार हुआ है। यह फैसला 1982 के बाद से किसी टीम द्वारा लिया गया है और इस दौरान खेले गए 21 टेस्ट मैचों में हमेशा टॉस जीतने वाली टीम ने पहले बल्लेबाजी का विकल्प चुना था। बांग्लादेश का यह निर्णय कई मायनों में महत्वपूर्ण है। टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करने का निर्णय चेन्नई के क्रिकेट इतिहास में एक अनोखी स्थिति को दर्शाता है। इस निर्णय ने भारतीय टीम को चुनौती दी, जिससे उनकी शुरुआत थोड़ी कठिनाई भरी रही।
भारत की शुरुआत नहीं रही अच्छी…
इस फैसले का असर भारतीय बल्लेबाजों पर भी पड़ा। पहले दिन के खेल में भारत ने लंच तक 3 विकेट खोकर 88 रन बनाए। टीम की शुरुआत बेहद खराब रही, जहां रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली जैसे प्रमुख बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए। रोहित ने 19 गेंदों पर केवल 6 रन बनाए, जबकि गिल 8 गेंदों में बिना खाता खोले लौट गए। विराट कोहली भी 6 रन बनाकर चलते बने। वहीं हसन महमूद बांग्लादेश के तेज गेंदबाज ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ताश के पत्तों की तरह बिछा दिया। ऋषभ पंत ने 39 रन बनाकर थोड़ी राहत दी, लेकिन उनका विकेट भी महमूद ने लिया।
क्या बदल सकता है खेल का परिणाम?
इस निर्णय के साथ, बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ अपने गेमप्लान को स्पष्ट किया है। यह केवल 9वीं बार है जब किसी टीम ने भारतीय धरती पर पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया है। इससे पहले, अधिकांश मामलों में अन्य टीमों ने जीत हासिल करने में सफल नहीं हो पाई, सिवाय ऑस्ट्रेलिया के। इस अनोखी स्थिति ने दर्शाया कि क्रिकेट में कोई भी चीज संभव है। बांग्लादेश के इस साहसी फैसले ने भारतीय टीम को एक चुनौती दी है, और अब यह देखना होगा कि वे इस परिस्थिति में कैसे प्रतिक्रिया करते हैं। क्या बांग्लादेश इस मौके को भुनाएगा, या भारत फिर से अपनी क्षमता साबित करेगा? यह तो आने वाला खेल में ही पता चलेगा।