KNEWS DESK, रीतिका हुड्डा ने कुश्ती के क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर भारत के लिए सातवें मेडल की उम्मीद जगाई थी, लेकिन वह क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार गईं और देश के लिए एक और मेडल लाने से चूक गईं।
पेरिस ओलंपिक 2024 के 15वें दिन भारत के लिए एक और पदक आ सकता था। रीतिका हुड्डा ने कुश्ती के 76 किलो भार के क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी जिसके बाद सबको उन पर भरोसा था कि शायद वे देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करके भारत के लिए सातवां मेडल लाएंगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और वह क्वार्टर फाइनल मैच में हार गईं। बता दें कि रीतिका की इस मैच में हार के बाद पेरिस ओलंपिक में भारत का सफर भी 6 मेडल के साथ समाप्त हो गया। वहीं पेरिस ओलंपिक में टोक्यो ओलंपिक से भी एक मेडल भारत के खाते में कम आया।
इसके अलावा बता दें कि रीतिका हुड्डा महिलाओं के 76 किलेग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग के रेपचेज राउंड में प्रतिस्पर्धा करने में असफल रहीं। वह किर्गिजस्तान की एइपेरी मेडेट काजी से क्वार्टर फाइनल में हार गईं थी और सेमीफाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाईं। वहीं मैच के पहले राउंड में भारतीय रेसलर ने अच्छ दमखम दिखाया और 1-0 की लीड बनाकर रखी। हालांकि दूसरे राउंड में टाइमर की वजह से रीतिका ने 1 पॉइंट गंवा दिया। फिर स्कोर 1-1 की बराबरी पर आ गया। दूसरे राउंड के अंत तक कोई रेसलर पॉइंट नहीं ले पाए, ऐसे में किर्गिस्तान की रेसलर को विजेता घोषित कर दिया गया। क्योंकि रेसलिंग मैच टाई होने की स्थिति में बाद में पॉइंट लेने वाली रेसलर विजेता होती है।