KNEWS DESK, फ्रांस की राजधानी पेरिस में 28 अगस्त से 8 सितंबर तक आयोजित हुए पैरालंपिक गेम्स में भारतीय पैरा एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन कर नया इतिहास रच दिया। इस बार भारत ने कुल 29 पदक जीतने में सफलता हासिल की, जिसमें 7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। यह संख्या भारतीय पैरालंपिक इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी है, और खेलों में भारत के उत्कृष्ट प्रदर्शन को दर्शाती है।
पैरालंपिक गेम्स में शानदार प्रदर्शन के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 सितंबर को अपने आवास पर भारतीय पैरालंपिक एथलीटों से मुलाकात की। इस मौके पर खेल मंत्री मनसुख मांडविया और भारतीय पैरालंपिक समिति के प्रमुख देवेंद्र झाझडिया भी मौजूद थे। पीएम मोदी ने सभी पदक विजेताओं को बधाई दी और उनकी उपलब्धियों की सराहना की। विशेषकर, निशानेबाज अवनि लेखरा, जिन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (एसएच1) इवेंट में लगातार दूसरा गोल्ड मेडल जीता, और दृष्टिबाधित जूडो खिलाड़ी कपिल परमार, जिन्होंने पैरालंपिक पदक जीते। वहीं इस मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री के साथ तस्वीरें खिंचवाईं। कपिल परमार ने अपने पदक पर प्रधानमंत्री मोदी से ऑटोग्राफ भी लिया।
बता दें कि भारत सरकार ने पैरालंपिक खेलों में भारत के प्रदर्शन के लिए पदक विजेताओं को विशेष सम्मानित किया। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने स्वर्ण पदक विजेताओं को 75 लाख रुपये, रजत पदक विजेताओं को 50 लाख रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये का पुरस्कार दिया। वहीं मिश्रित टीम स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया गया, जैसे कि आर्चरी पैरा एथलीट शीतल देवी और राकेश कुमार, जिन्होंने कांस्य पदक जीते। शीतल देवी और राकेश कुमार को भी विशेष पुरस्कार के रूप में 22.5 लाख रुपये की राशि दी गई। इसके अलावा इस बार के पैरालंपिक खेलों में भारत ने एथलेटिक्स की ट्रैक इवेंट्स में पदक जीतने के साथ-साथ आर्चरी में पहली बार गोल्ड मेडल भी जीता, जो कि भारतीय पैरालंपिक इतिहास की एक नई उपलब्धि है। इस शानदार प्रदर्शन ने भारतीय खेल जगत में एक नई ऊंचाई को छूने का संकेत दिया है और देशभर में उत्साह और गर्व का माहौल पैदा किया है।