KNEWS DESK- भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा ने मंगलवार को तनीषा क्रास्टो के साथ पेरिस ओलंपिक की वुमेन डबल्स इवेंट में लगातार तीसरी हार के बाद ऐलान किया कि ये उनका आखिरी ओलंपिक है। अश्विनी और तनीषा को मंगलवार को सेतियाना मोपासा और एंजेला यू की ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी के खिलाफ 38 मिनट में 15-21, 10-21 से हार झेलनी पड़ी।
तीनों ग्रुप मैच गंवाने के बाद भारतीय जोड़ी का सफर खत्म हो गया। अपने तीसरे ओलंपिक में खेल रहीं अश्विनी से जब 2028 ओलंपिक में खेलने की उम्मीद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये मेरा आखिरी ओलंपिक होगा, लेकिन तनीषा को अभी लंबा रास्ता तय करना है। उन्होंने भावुर होकर कहा कि इसका भावनात्मक और मानसिक रूप से असर पड़ता है। मैं इसे फिर से नहीं झेल सकती। ये आसान नहीं है। अगर आप थोड़े युवा हैं तो आप ये सब झेल सकते हैं। इतने लंबे समय तक खेलने के बाद मैं इसे और नहीं झेल सकती।
साल 2001 में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीतने वाली अश्विनी ने ज्वाला गुट्टा के साथ शानदार और इतिहास रचने वाली महिला जोड़ी बनाई थी। ये दोनों 2017 तक साथ खेलीं। इस जोड़ी ने कई अंतरराष्ट्रीय पदक जीते थे, जिसमें 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक और उबेर कप (2014 और 2016) और एशियाई चैंपियनशिप (2014) में कांस्य पदक शामिल हैं। इस जोड़ी ने 2011 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर ऐसा करने वाली पहली भारतीय जोड़ी बनकर इतिहास रचा था। ये उनके करियर का सबसे बड़ा पुरस्कार था। ज्वाला और अश्विनी की जोड़ी लगातार वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप 20 में रही और एक समय 10वें पायदान पर पहुंच गई।
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