KNEWS DESK- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल को लेकर बड़ा बयान दिया है। शास्त्री ने कहा है कि गिल को टेस्ट क्रिकेट में भारत की कप्तानी के लिए तीन साल का समय देना चाहिए, भले ही टीम मौजूदा इंग्लैंड सीरीज हार जाए। उनका मानना है कि गिल के पास न केवल बेहतरीन बल्लेबाजी तकनीक है, बल्कि उनमें नेतृत्व की क्षमता भी दिखने लगी है।
लीड्स टेस्ट में भले ही भारत को हार का सामना करना पड़ा और सीरीज में टीम 0-1 से पीछे है, लेकिन गिल ने पहली पारी में शानदार शतक लगाकर अपनी क्लास का परिचय दिया। इस प्रदर्शन से प्रभावित होकर शास्त्री ने कहा, “गिल की बल्लेबाजी में एक शाही अंदाज़ है। उनमें महान बनने के सारे गुण हैं, बस जरूरत है अनुभव और मौके की।”
शास्त्री ने बीसीसीआई और चयनकर्ताओं से अपील की है कि उन्हें गिल के साथ धैर्य रखना चाहिए और कप्तानी के लिए तीन साल का स्पष्ट समय देना चाहिए ताकि वे खुद को ढंग से साबित कर सकें।
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट 2 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर शुरू होगा। यहां भारत का रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक रहा है—अब तक खेले गए 8 टेस्ट मैचों में से 7 में हार और 1 ड्रॉ रहा है। ऐसे में गिल के पास न सिर्फ अपनी कप्तानी को मजबूत करने, बल्कि एजबेस्टन में भारत की जीत का खाता खोलने का भी सुनहरा अवसर है।
रवि शास्त्री का यह बयान उस समय आया है जब भारतीय क्रिकेट में अगली पीढ़ी के नेतृत्व को लेकर चर्चा तेज हो चुकी है। रोहित शर्मा के बाद टेस्ट टीम के लिए स्थायी कप्तान की खोज जारी है और गिल को भविष्य का चेहरा माना जा रहा है। शास्त्री के मुताबिक, “कप्तानी सीखने और टीम को समझने में समय लगता है। अगर बीसीसीआई गिल पर भरोसा जताए, तो वो भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में से एक बन सकते हैं।”
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