बेंगलुरु भगदड़ मामला: आरसीबी जश्न में लापरवाही, विराट कोहली का भी नाम रिपोर्ट में शामिल

बेंगलुरु में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत के बाद आयोजित ‘विक्ट्री परेड’ के दौरान हुई भगदड़ को लेकर कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। इस रिपोर्ट में न केवल कार्यक्रम की अव्यवस्था और लापरवाही का जिक्र किया गया है, बल्कि इसमें टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर विराट कोहली का भी नाम सामने आया है, जिसने पूरे मामले को और भी गंभीर बना दिया है।

सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, विराट कोहली ने फैंस से फ्री में विक्ट्री परेड में शामिल होने की अपील की थी। माना जा रहा है कि इस अपील के चलते उम्मीद से कई गुना ज्यादा लोग आयोजन स्थल पर पहुंच गए। प्रशासन का कहना है कि इससे भीड़ बेकाबू हो गई और हालात भगदड़ जैसे बन गए।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कार्यक्रम के आयोजकों ने सिर्फ पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन इजाजत नहीं ली थी। जब पुलिस को स्थिति की गंभीरता का अंदाजा हुआ, तब उन्होंने आयोजन की अनुमति देने से मना कर दिया। बावजूद इसके, आयोजकों ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। नतीजा यह हुआ कि व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई।

सबसे बड़ी चूक उस वक्त हुई जब कार्यक्रम शुरू होने से ठीक पहले आयोजकों ने ऐलान कर दिया कि स्टेडियम में प्रवेश के लिए पास जरूरी होगा। इस अचानक फैसले ने लोगों में गंभीर अफरा-तफरी और ग़ुस्से को जन्म दिया। जो लोग पहले से स्टेडियम के बाहर जमा थे, वे एक साथ अंदर घुसने की कोशिश करने लगे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पुलिस ने शुरू से ही आयोजकों को छोटा और सीमित कार्यक्रम करने की सलाह दी थी ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। लेकिन आयोजकों ने इस सुझाव को गंभीरता से नहीं लिया और बड़ी भीड़ को संभालने की तैयारी भी नहीं की।

रिपोर्ट में कोहली का नाम सामने आने के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या सरकार या अदालत उनकी भूमिका को लेकर कोई जवाबदेही तय करेगी? हालांकि यह साफ नहीं है कि कोहली की अपील कानूनी रूप से कितना असर डालती है, लेकिन प्रशासनिक दृष्टिकोण से इसे ‘अनावश्यक और गैर-जिम्मेदाराना पहल’ माना जा रहा है।